जामुड़िया : नगर निगम के वार्ड संख्या ग्यारह में कूड़ेदान की कमी के कारण जगह-जगह कचरे का ढ़ेर पड़ा है. ग्यारह हजार की आबादी वाले इस वार्ड में सिर्फ चार सफाई कर्मी हैं. जिससे सभी इलाकों की नियमित सफाई नहीं होती है. पानी निकासी व्यवस्था सही नहीं होने के कारण घरों के सामने जल जमाव होने से मच्छरजनित बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है.
वार्ड पार्षद तापस कवि ने कहा कि सीमित संसाधनों के आधार पर इलाके में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने का प्रयास किया जाता है. उनका यह प्रयास इलाके में सफाई के लिए पर्याप्त नहीं है. प्रशासनिक सफाई व्यवस्था को लेकर लोगों में भारी नाराजगी है.
क्या कहते हैं वार्ड पार्षद?
11 नंबर वार्ड के पार्षद तापस कवि ने कहा कि उनके वार्ड में नियमित रूप सफाई होती है. ग्यारह हजार की आबादी पर यहां सिर्फ चार सफाईकर्मी हैं. कूड़ेदान की भारी कमी है. वार्ड इलाके में 4 विद्यालय है. सफाई कर्मियों की कमी के कारण इन विद्यालय के आसपास नियमित रूप से सफाई कर पाना मुश्किल होता है.
कूड़ेदान के लिए कई बार नगर निगम पास आवेदन किया गया, लेकिन कूड़ेदान नहीं मिला. ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव नियमित होता है. जरूरत के आधार पर फॉगिंग मशीन का उपयोग किया जाता है. इलाके में दस अतिरिक्त कूड़ेदान होने से सफाई कार्य में काफी आसानी होती.