सांकतोड़िया : केंद्र सरकार द्वारा कोयला उद्योग में सौ प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के अनुमति दिये जाने के विरोध में भारतीय मजदूर संघ ने कोयला उद्योग में पांच दिवसीय हड़ताल करने की घोषणा की है. खान श्रमिक कांग्रेस (बीएमएस) के महामंत्री धनंजय पांडेय ने ईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक को पत्र लिखा है, वहीं दूसरी तरफ अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महामंत्री सुधीर धुरडे ने भी कोयला सचिव को पत्र लिखा है.
मालूम हो कि एफडीआई के विरोध में बीएमएस को छोड़ कर बाकी सभी श्रम संगठनों ने कोयला उद्योग में एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा की है, वहीं बीएमएस ने पांच दिन हड़ताल करने की घोषणा की है. खान श्रमिक कांग्रेस बीएमएस के महामंत्री धनंजय पांडेय एवं त्रिलोकी सिंह ने कहा कि कोयला उद्योग को सौ प्रतिशत निजीकरण करने की घोषणा केंद्र सरकार ने किया है, जो सरासर गलत है. यह नीति कोयला उद्योग में कार्यरत श्रमिक हित में नहीं है, इसके परिणाम किसी भी दृष्टि से कोयला उद्योग के लिए हानिकारक ही होंगे.
उन्होंने कहा की इस निर्णय से कोयला के समस्त कर्मियों में भी भय व्याप्त है तथा आक्रोश बना हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार एफडीआई को वापस नहीं लेती है, तो भारतीय मजदूर संघ ने कोयला उद्योग में 23 से 27 सितंबर तक यानि पांच दिवसीय हड़ताल करने का घोषणा की है.