आसनसोल : रक्षा बंधन त्योहार पर नगर निगम के एनयूएलएम विभाग की स्वयंसेवी महिलाओं ने विशेष प्राकृतिक सामग्रियों से पर्यावरण अनुकूल राखियों का निर्माण किया. इनके निर्माण में सरसों, सेव, संतरे, नासपाती के बीज, पटल, कोंहडा के बीच, इलायची, लौँग, काजू, काले पिले सरसों, चावल, धान, गेहुं, जूट आदि का उपयोग किया गया है.
सिंथेटिक सामानों प्लास्टिक, नाइलोन के स्थान पर पर्यावरण जागरूकता एवं ग्रीन आसनसोल का संदेश देतीं प्राकृतिक सामानों से निर्मित राखियों को बाजार में काफी पसंद किया जा रहा है. पश्चिम बंगाल राज्य विकास एजेंसी की मांग पर स्वयंसेवी महिलाओं के ग्रुप ने 500 राखियां तैयार की है.
आसनसोल बाजार में भी इन राखियों की काफी मांग है. एनयूएलएम प्रभारी सीके रेश्मा रामाकृष्णन ने कहा कि कोलकाता के एक्रोपोलिस मॉल में वेस्ट बंगाल स्टेट अर्बन लाईवलिहूड मिशन ने आयोजित प्रदर्शनी प्रतियोगिता में नगर निगम के स्वयंसेवी महिलाओं के समुह ने प्राकृतिक सामानों से हाथों से निर्मित राखियों की प्रदर्शनी लगायी थी. बेहतर काम के लिए आयोजकों ने ग्रुप की महिलाओं को प्रोत्साहित किया.
20 तक आवेदन करें यूएमआईडी के लिए
चित्तरंजन. भारतीय रेलवे ने चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए अपने सभी कर्मचारियों को विशिष्ट चिकित्सा पहचान पत्र ‘उम्मीद’ जारी करने का निर्णय लिया है. चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना में यूएमआईडी कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है. अधिकांश कर्मचारी पहले ही पंजीकृत कर चुके हैं और उन्हें अपने यूएमआईडी कार्ड मिल चुके हैं. मौजूदा मेडिकल कार्ड 31 अगस्त,2019 के पश्चात मान्य नहीं होगा और रेलवे अस्पतालों से कोई चिकित्सा सुविधा नहीं दी जा सकेगी.
तय समय सीमा के तहत पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए सभी चिरेका कर्मचारियों और चिरेका से सेवानिवृत्त कर्मचारियों से आग्रह किया गया है कि वे यूएमआईडी के माध्यम से अपना मेडिकल कार्ड जल्द से जल्द बनवालें ताकि चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलती रहे.
ज्ञांत हो कि यूएमआईडी में आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 20 अगस्त है और सेवानिवृत्त कर्मचारी के लिए यूएमआईडी के तहत पंजीकरण और आवेदन जमा करने के लिए उपयोगी शिविरों का आयोजन केजी अस्पताल में व्यवस्था की गयी है और वे इन शिविर में भाग ले सकते हैं