बराकर : केंद्र सरकार की अधीन आनेवाली कोल इंडिया तथा सेल के मजदूरों के वेतन में विसमता क्यों है. कोल इंडिया के ठेका मजदूरों को प्रतिदिन 803 रुपये मिलते हैं जबकि सेल के मजदूरों की प्रतिदिन की मजदूरी 487 रुपये है. इसका विरोध करते हुए सीटू के वरिष्ठ नेता सुजीत भट्टाचार्य ने रामनगर कोलियरी के समक्ष प्रदर्शन कर प्रबंधक को अपनी छह सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा.
उन्होंने कहा कि मजदूरों के वेतन में वृद्धि के लिए जेसीएस की बैठक होती है लेकिन सेल ने 2017 से अभी तक कोई भी बैठक नहीं बुलायी है. उन्होंने कहा कि पिछले 38 वर्षों में सेल को 2181 करोड़ रुपया का लाभ होने के बाद भी मजदूरों का वेतन नही बढ़ाया गया. उन्होंने कहा कि सरकार भद्रावती, सालेम तथा दुर्गापुर एलॉयज को प्राइवेट करना चाहती है जिसका सीटू राष्ट्रीय स्तर पर विरोध कर रही है.
सेल को बेचने की साजिश की जा रही है जिसे मजदूरों को एकजुट होकर बचाना होगा. इस अवसर पर सीटू के सुकांतो घोष, जयंत पाल, मुकुल मल्लिक, साधन घोष, दिनेश मंडल, आशीष घोष, राजन बाउरी, भमल मंडल, नेपाल बाउरी, सुशीतल मंडल सहित अन्य लोग मौजूद थे. अंडाल केंदा एरिया अंतर्गत सिदुली कोलियरी पिट के समक्ष एटक द्वारा निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन किया गया और कोलियरी अभिकर्ता को ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर कोलियरी मजदूर सभा के केंद्रीय कमेटी सदस्य एवं कारपोरेट जेसीसी सदस्य प्रभात राय, संगठन सचिव राजूराम और केदारनाथ पांडे उपस्थित थे. सभा की अध्यक्षता कृष्णा दुसाध ने की.