आसनसोल : माकपा पोलित व्यूरो सदस्य सह पश्चिम बंगाल के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में और राज्य सरकार बंगाल में गणतंत्र की हत्या कर रही है. यह संविधान नहीं मानती है. भाजपा और तृणमूल एक ही सिक्के के दो पहलू है. केंद्र में भाजपा की सरकार उखड़ गयी […]
आसनसोल : माकपा पोलित व्यूरो सदस्य सह पश्चिम बंगाल के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में और राज्य सरकार बंगाल में गणतंत्र की हत्या कर रही है. यह संविधान नहीं मानती है. भाजपा और तृणमूल एक ही सिक्के के दो पहलू है. केंद्र में भाजपा की सरकार उखड़ गयी तो राज्य में तृणमूल के गिनती के दिन बच जाएंगे.
राज्य में जबतक तृणमूल रहेगी भाजपा का वर्चस्व रहेगा. ऐसी साम्प्रदायिक पार्टी को जड़ से उखाड़ फेंकना है. वामशक्ति की बढ़ोतरी से ही देश में किसान, श्रमिक, महिला, शिशु सुरक्षित रह पायेंगे. वे गुरुवार को माकपा पश्चिम बर्दवान जिला कमेटी द्वारा स्व. निरुपम सेन की याद में जिला ग्रंथागार निकट संहति मंच पर आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे.
श्री मिश्र ने माकपा केंद्रीय कमेटी के सदस्य मदन घोष, आभास रायचौधरी, पूर्व विधायक सह जिला सचिव गौरांग चटर्जी, आरएसपी नेता विधु चौधरी, फॉरवर्ड ब्लाक नेता ए चटर्जी आदि उपस्थित थे. पूर्व सांसद सह राज्य कमेटी के सदस्य बंशगोपाल चौधरी ने अध्यक्षता की. कामरेड निरुपम सेन के फोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी.
राज्य सचिव श्री मिश्रा ने कहा कि राज्य और देश चरम संकट से जूझ रहा है. कृषि आधारित उद्योग को बढ़ाना होगा. कृषि पर संकट रहेगा तो उद्योग जगत की समस्यायों का समाधान नहीं होगा. केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने ही कृषि को नजरअंदाज किया. जिसके परिणाम स्वरूप ही राज्य सहित पूरे देश चरम संकट की स्थिति उत्पन्न हुयी है.
इस संकट से देश को उबारने के लिए 14 सूत्री मांगों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल हुई. 50 साल के इतिहास में यह हड़ताल देश का सबसे सफल हड़ताल साबित हुई है. जनता ने मांगों का समर्थन किया है. मांगे जायज है. इसका परिणाम पांच राज्यों में हुए चुनाव में भाजपा की पराजय के रूप में सामने आया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के विकल्प में देश में धर्मनिरपेक्ष सरकार चाहिए. जिसमें बामपंथियों की शक्ति मजबूत होनी चाहिए. तभी जाकर किसान, श्रमिक,उद्योग देश सुरक्षित रहेगा. स्व. निरुपम सेन की यादों को ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के उद्योग मंत्री रहने के दौरान उन्होंने वर्ष 2009 में चार हजार करोड़, वर्ष 2010 में आठ हजार करोड़ और 2011 में 16 हजार करोड़ रुपये का निवेश राज्य में किया था. राज्य में निवेश का अब तक का यह रिकॉर्ड है. उनके जीवनी और आदर्शों पर प्रकाश डाला.