29.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

वयोवृद्ध पिता को नींद की दवा खिला कर पुत्र ने लिखवा ली संपत्ति

लाचार पिता ने बेटे, पुत्रवधू व पोता के खिलाफ अदालत में दर्ज कराई शिकायत अदालत ने पुलिस को दिया जांच का निर्देश पूर्व बर्दवान जिला के जमालपुर स्थित श्रीकृष्णपुर की घटना दुर्गापुर. कुछ देर के लिये आराम करने की बात कह कर अस्वस्थ वयोवृद्ध व्यक्ति को एक अनजान घर में ले जाकर नींद की दवा […]

लाचार पिता ने बेटे, पुत्रवधू व पोता के खिलाफ अदालत में दर्ज कराई शिकायत
अदालत ने पुलिस को दिया जांच का निर्देश
पूर्व बर्दवान जिला के जमालपुर स्थित श्रीकृष्णपुर की घटना
दुर्गापुर. कुछ देर के लिये आराम करने की बात कह कर अस्वस्थ वयोवृद्ध व्यक्ति को एक अनजान घर में ले जाकर नींद की दवा खिलाकर सुला दिया गया. तत्पश्चात नींद की हालत में उनके अंगूठे का निशान लेकर उनकी संपत्ति अपने नाम करा ली गई. इसके बाद नींद की हालत में ही उन्हें उनके घर पहुंचा दिया गया. यह नीच हरकत किसी और ने नहीं बल्कि उस वृद्ध के बड़े बेटे ने अपनी पत्नी और लड़के के साथ मिलकर किया. हालांकि इस घटना के कुछ ही दिनों के बाद भुक्तभोगी पिता को अपने बेटे और पुत्रवधू के हाथों छले जाने का पता चल गया.
सत्य जानने के बाद वृद्ध को मारपीट कर उनके ही घर से निकालने का प्रयास भी किया गया. 76 वर्षीय भुक्तभोगी वृद्ध पूर्व बर्दवान जिला के जमालपुर स्थित श्रीकृष्णपुर के निवासी हैं. वृद्ध ने इस घटना की शिकायत बर्दवान सीजेएम अदालत में अपने पुत्र, पुत्रवधू व पोता के खिलाफ दर्ज कराई है. उन्हें उम्मीद है कि अदालत में उन्हें न्याय मिलेगा. अदालत ने घटना की जांच के िलये पुलिस को निर्देश दिया है. अदालत को वृद्ध ने बताया कि चालू वर्ष के जनवरी महीने में उनकी तबीयत बिगड़ गई है. इसके बाद उन्हें बर्दवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भरती कराया गया.
जहां स्वस्थ होने के बाद वे अपने घर लौट गये. उसके बाद फिर से अस्वस्थ होने के कारण बर्दवान शहर के बीसी रोड स्थित एक नर्सिंग होम में उन्हें भरती कराया गया. बीते छह फरवरी को उन्हें नर्सिंग होम से छुट्टी दे दी गई. उन्हें घर ले जाने के लिए उनका बड़ा बेटा, पुत्रवधू और पोता नर्सिंग होम पहुंचे. उनका आरोप है कि अधिक दूर तक वाहन में सफर करना उनकी सेहत के लिये ठीक नहीं यह कहकर उन्हें बीच रास्ते में ही एक अनजान घर में ले जाया गया. वहां खाना खिलाने के बाद उन्हें दवा दी गई. उसके कुछ देर बाद ही वे सो गये. पोता ने एक बार उन्हें नींद से जगाने का प्रयास किया तो उनकी नींद खुली.
इस दौरान उन्होंने घर में कुछ अनजान लोगों को देखा. लेकिन कुछ ही देर में उन्हें फिर से नींद आ गई. इसके बाद जब वे नींद से जगे तो पाया कि वे श्रीकृष्णपुर स्थित अपने घर में सोये हुये हैं. तब तक वे उनके साथ हो चुकी घटना से बिल्कुल अनजान थे. कुछ दिनों बाद 11 मई को बड़े बेेटे ने पत्नी और पोता के साथ मिलकर उन्हें घर से निकालने का प्रयास किया. अपनों के इस व्यवहार से वे आश्चर्यचकित हो गये. विरोध करने पर पुत्र, पुत्रवधू का असली चेहरा उनके सामने आ गया. पुत्र और पुत्रवधू ने उनसे साफ शब्दों में कह दिया कि बीते 5 फरवरी को उन्होंने अपनी सारी संपत्ति पोते के नाम रजिस्ट्री कर दान कर दिया है. इसके बाद उन्हें एक दलील दिखा कर कहा गया कि इसमें अपने अगूंठे का निशान लगाकर उन्होंने अपनी संपत्ति पोते के नाम कर दी है. हालांकि वृद्ध का कहना है कि वे कहीं भी अंगूठे का निशान नहीं लगाते है. वृद्ध के अधिवक्ता मिरजा राजा बेग ने बताया कि अस्वस्थता का फायदा उठाकर संपत्ति लिखवा ली गई है.
बहू के अत्याचार से सास, ससुर को दिलाया न्याय: दुर्गापुर. दुर्गापुर थाना अंतर्गत इस्पातनगर के तानसेन इलाके में गुरुवार को निजी संस्था ने पारिवारिक विवाद में बहू द्वारा सास, ससुर को प्रतािड़त करने के मामले का समाधान कराया. संस्था के प्रतिनिधियों ने प्रशासन एवं स्थानीय िनवािसयों की मौजूदगी में समस्या का समाधान करते हुये बहू को पति के साथ एक माह के भीतर घर छोड़कर चले जाने की हिदायत दी ताकि वृद्ध सास, ससुर को बहू के अत्याचार से मुक्ति मिल सके.
बताया जाता है कि 22 नंबर स्ट्रीट निवासी वृद्धगोपाल कुमार चक्रवर्ती पत्नी आरती चक्रवर्ती और पुत्र महादेव चक्रवर्ती को लेकर बरसों से रहते हैं. चार वर्ष पहले गोपाल चक्रवर्ती ने पुत्र महादेव चक्रवर्ती की शादी कराई थी. शादी के बाद से ही बहू सास ससुर पर अत्याचार करने लगी. बहू के अत्याचार से गोपाल चक्रवर्ती का घर में रहना मुश्किल हो गया था. आसपास के लोगों ने कई बार समझाने का प्रयास भी किया गया लेकिन बहू एवं सास, ससुर के बीच विवाद खत्म नहीं हो रहा था. अंत में सूचना पाकर संस्था के सदस्यों ने मामले में समाधान के लिये गुरुवार को दुर्गापुर पुिलस को लेकर गोपाल चक्रवर्ती के घर पहुंचे.
स्थानीय लोगों से बात कर एवं दोनों पक्षों की समस्या सुनकर बहू को पति के साथ महीने भर के भीतर गोपाल चक्रवर्ती का घर छोड़ने की हिदायत दी गई. संस्था के सरदार जगजीत सिंह ने कहा कि पारिवारिक विवाद के मामले में बहू की प्रताड़ना से वृद्ध गोपाल चक्रवर्ती का रहना मुश्किल हो गया था. इस मामले का समाधान दोनों के अलग रहने से ही हो सकता है. सास, ससुर को जीवन यापन के लिये यथासंभव सहयोग किया जायेगा.
नवजात शिशु की िबक्री करते मां हिरासत में: पानागढ़. वीरभूम िजले के रामपुरहाट में नवजात शिशु की िबक्री करते समय स्थानीय िनवािसयों ने मां को पकड़ लिया. पुलिस को खबर दी गयी.
घटनास्थल पर पहुची पुिलस ने नवजात तथा उसकी मां को िहरासत में ले िलया है. उससे पूछताछ की जा रही है. स्थानीय िनवािसयों ने बताया िक सुबह शहर में एक महिला अपने नवजात शिशु को गोद में लेकर लोगों से उसे खरीदने की बात कर रही थी तभी कुछ लोगो को संदेह हुआ. उनलोगों ने पुिलस को खबर कर दी. इस बीच स्थानीय िनवािसयों ने महिला को पकड़े रखा. पुिलस ने पहुंचकर शिशु समेत महिला को िहरासत में ले िलया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें