कोलकाता/ नयी दिल्ली: पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्र ने देश के विभिन्न हिस्सों में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार के सांप्रदायिक दंगों को रोकने के लिए केंद्र सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे. संप्रदाय के नाम पर राजनीति की रोटी सेंकने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी. उन्होंने अंतर समुदाय संबंधों को बनाये रखने के लिए प्रभावी कदम उठाये जाने तथा अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने की मांग की.
डॉ मित्र ने यहां राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि गत दिनों देश में कुछ परेशान करने वाले सांप्रदायिक संघर्ष हुए. इन घटनाओं और उनके षड्यंत्रकारियों की हमें कड़ी निंदा करनी चाहिए. उन्होंने दावा किया कि उनके राज्य में विभिन्न समुदायों के बीच सौहार्द और शांति साथ साथ मौजूद है.
उन्होंने कहा कि किसी भी सांप्रदायिक हिंसा के बड़ा रुप लेने से पहले उसे दबाने के लिए कदम उठाने के साथ ही इसके षडयंत्रकारियों के चेहरे बेनकाब करके उन्हें न्याय के कटघरे में लाना भी हमारा प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए. मित्र ने कानून को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने और न्याय मुहैया कराने की प्रणाली में तेजी लाने का सुझाव देते हुए कहा कि असम में सांप्रदायिक दंगों से प्रभावित लोगोंने बंगाल के कुछ सीमांत जिलों में प्रवेश किया लेकिन राज्य में सांप्रदायिक स्थिति कुल मिला कर अप्रभावित रही.