कोलकाता: सारधा चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस से निलंबित सांसद कुणाल घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय और तृणमूल महासचिव व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी पर हमला बोला है.
सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ दफ्तर से बाहर निकलते हुए पत्रकारों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि दिल्ली में सारधा मीडिया के एक अखबार सकालबेला के उदघाटन अवसर पर सुदीप व पार्थ मौजूद थे. इसी से साबित होता है कि सारधा चिटफंड मामले में उनकी भी हिस्सेदारी रही है. इसके कारण सीबीआइ उनसे भी पूछताछ करे.
गौरतलब है कि शनिवार को कुणाल ने आरोप लगाया था कि सारधा चिटफंड घोटाले से सबसे अधिक लाभान्वित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हुई हैं. सांसद ने मांग की थी कि असलियत जानने के लिए सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन, उन्हें (कुणाल घोष) व ममता को एक साथ बैठा कर सीबीआइ पूछताछ करे. घोष का यह बयान आने के बाद सुदीप्त व पार्थ ने उन पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि अब कुणाल घोष को लगने लगा है कि उन्हें सारधा मामले में सजा मिलेगी. इसी वजह से वह ममता के नाम को आगे कर रहे हैं. घोष अभी सीबीआइ हिरासत में हैं. अधिकारियों ने रविवार सुबह साढ़े चार बजे से सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ दफ्तर में घोष से पूछताछ की .
सीबीआइ अधिकारियों का कहना है कि भारतीय रेल और सारधा की कंपनी में समझौते को लेकर कुणाल घोष से पूछताछ की गयी. दूसरी ओर, सीबीआइ ने परिवहन मंत्री मदन मित्र के सहायक प्रशांत प्रमाणिक को सोमवार को सीबीआइ अदालत में उपस्थित होने के लिए समन भेजा है. इसके पहले सीबीआइ मदन मित्र के पूर्व सहायक बापी करीम से पूछताछ कर चुकी है. कांग्रेस नेता आसिफ खान को भी पूछताछ के लिए हाजिर होने का फरमान जारी किया गया है.