कोलकाता: सूचना प्रौद्योगिकी विभाग से शिक्षा विभाग का दायित्व पाने के दूसरे दिन पार्थ चटर्जी ने बुधवार को सॉल्टलेक स्थित विकास भवन में शिक्षा मंत्री का प्रभार संभाला. हालांकि श्री चटर्जी के शिक्षा मंत्री का दायित्व लेने के समय दक्षिण 24 परगना के तृणमूल नेता अराबुल इस्लाम की उपस्थिति को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. हाल में अराबुल इसलाम कॉलेजों में मार-धाड़ को लेकर सुर्खियों में रहे थे.
गुरु के लिए आया : अराबुल
विकास भवन में अपनी उपस्थिति के संबंध में पूछे जाने पर अराबुल इसलाम ने कहा कि गुरु (पार्थ) आनेवाले हैं. इस कारण वह आये हैं. हालांकि बाद में श्री इसलाम को अपने चेंबर में देख कर श्री चटर्जी ने भी असहज महसूस किया और उनसे आग्रह किया कि वह कहीं और जाकर बैठें.
इस अवसर पर श्री चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि राजनीति मुक्त शिक्षा व्यवस्था करना उनका उद्देश्य होगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो दायित्व दिया है, वह उसका पालन करेंगे. अन्य विभागों की तरह ही शिक्षा विभाग का स्तर और बेहतर करने की कोशिश करेंगे. इस संबंध में जरूरत पड़ी, तो पूर्व शिक्षा मंत्री व्रात्य बसु की भी मदद लेंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल उच्च माध्यमिक का परीक्षा परिणाम अच्छा से निकले, इस पर वह जोर दे रहे हैं.