दुर्गापुर/रानीगंज : अंडाल, निमचा थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर साइबर अपराध के आरोप में जेकेनगर तथा आसनसोल से तीन युवक चंदन प्रसाद, अजय महतो तथा गौरीशंकर को गिरफ्तार कर सोमवार को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश किया. अदालत ने सुनवाई के बाद इन्हें 10 दिनों के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया. गौरीशंकर आसनसोल मोहिशीला के गरिमा रेसीडेंसीयल का निवासी है
जबकि चंदन प्रसाद, अजय महतो रानीगंज के जेकेनगर के निवासी हैं. चंदन जेकेनगर लाइनपार का निवासी है. यहीं उसका स्टूडियो है. पुलिस ने उसके घर से एलइडी टीवी, लैपटॉप तथा कई डुप्लीकेट आधार कार्ड बरामद किये. जेकेनगर के बेलियाबथान इलाके के रहने वाले हरी महतो के पुत्र अजय महतो की बेलियाबथान में मोबाइल दुकान है. गौरीशंकर की आसनसोल में इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान है. इनके पास से पुलिस को काफी संख्या में सिम कार्ड, हार्ड डिक्स तथा कई इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण बरामद हुये.
उल्लेखनीय है कि इसके पहले इसी मामले में शनिवार को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 12 दिनों की रिमांड पर लिया था. साइबर क्राइम के इस मामले में अब तक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. साइबर क्राइम के तार झारखंड के जामताड़ा, देवघर से जुड़े हैं. वहीं से इसे संचालित किया जाता है. अक्सर कोयलांचल एवं शिल्पांचल के लोगों को गिरोह के सदस्य खुद को बैंक मैनेजर अथवा एजेंट का परिचय देकर एटीएम कार्ड का पिन नंबर संग्रह करते हैं एवं चालाकी से खाता धारकों की जमा राशि को उड़ा लेते हैं.
गिरोह के सदस्य ऑनलाइन शॉपिंग का वेबसाइट खोल कर ग्राहकों को कम कीमत में ब्रांडेड सामान उपलब्ध कराने का दावा कर उन्हें अपने जाल में फांस लेते हैं एवं ग्राहकों से ऑनलाइन भुगतान दूसरे अकाउंट में कराकर चंपत हो जाते हैं. ऐसे ही कुछ मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी. शिकायतकर्ताओं में रानीगंज के एक व्यवसायी भी शामिल था. मामले की जांच करते हुए पुलिस ने झारखंड बंगाल के विभिन्न इलाकों में छापामारी कर कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है.
इस संदर्भ में डीसीपी(ईस्ट) अभिषेक मोदी ने कहा कि साइबर क्राइम के मामले में गिरफ्तार आरोपियों के पास से मोबाइल हैंडसेट, लैपटॉप, फर्जी सिम बरामद किये गये हैं. मामले का तार झारखंड से जोड़कर देखा जा रहा है. फिलहाल आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. जल्द ही गिरोह के दूसरे लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा.
