जलपाईगुड़ी. छेड़छाड़ के झूठे आरोप लगने से परेशान एक तृणमूल कांग्रेस नेता ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. मृतक तृणमूल कांग्रेस नेता का नाम रतन सरकार (27) है. वह जलपाईगुड़ी जिला युवा तृणमूल कांग्रेस के सचिव थे. इस घटना के बाद से जलपाईगुड़ी तथा उसके आसपास के इलाकों में खलबली मची हुई है.
मृतक के भाई विश्वजीत सरकार ने अपने पड़ोसी विष्णुपद सरकार तथा अन्य पांच लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करायी है. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दशमी के दिन रविवार से ही रतन अपने घर में नहीं था. हालांकि उसने अपने फेसबुक पोस्ट में छेड़छाड़ के आरोपों से परेशान होकर आत्महत्या करने की धमकी दी थी. उसके बाद से ही परिवार के सदस्य उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन नाकामयाब रहे. परिवार के लोग फोन पर भी संपर्क नहीं कर पाये. स्थानीय सूत्रों ने बताया कि पड़ोसी विष्णुपद सरकार की एक नाबालिग बेटी है.
वही उस पर लगातार छेड़छाड़ का आरोप लगा रही थी. सूत्रों ने यह भी कहा कि विष्णुपद सरकार तथा पांच अन्य लोगों ने इसको लेकर सार्वजनिक रूप से तृणमूल नेता को काफी लताड़ लगायी थी. इससे वह अपने आप को अपमानित महसूस कर रहा था. हालांकि छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर नाबालिग के परिवार की ओर से थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं दर्ज करायी गई है. इधर, पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक तृणमूल नेता का घर कोतवाली थाना अंतर्गत बहादुर अंचल के कायतपाड़ा में है. आसपास के लोगों का कहना है कि रतन आम तौर पर अच्छा युवक था. रतन के पिता भी इलाके में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में परिचित थे. वर्ष 1998 में उनकी मौत हो गई.
इधर, शिकायत दर्ज होने के बाद कई लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. कोतवाली थाना के आइसी विश्वाश्रय सरकार ने बताया है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. इस घटना के पीछे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी है कि नहीं, इसको भी देखा जा रहा है. मृतक तृणमूल नेता के एक मित्र भीष्म विश्वास का कहना है कि रतन की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. उसके द्वारा किसी लड़की के साथ छेड़छाड़ की बात की कल्पना ही नहीं की जा सकती. मृतक के बड़े भाई विश्वजीत सरकार का कहना है कि वह लोग पूजा के दौरान बेलाकोवा में अपनी दुकान लगाते हैं.
दशमी को भी दुकान लगाने की बात थी. रतन को इसकी जानकारी दे दी गई थी. दशमी को जब शाम को रतन से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो बातचीत नहीं हो सकी. उसका फोन भी नहीं लग रहा था. घर वालों से पूछताछ के बाद पता चला कि वह धूपगुड़ी जाने की बात कहकर घर से निकला है. उसके बाद से उससे लगातार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हुई. घर से कुछ ही दूरी पर पेड़ से लटकता हुआ उसका शव बरामद हुआ है. उन्होंने गलत आरोप लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पुलिस से की है.