PRAYAGRAJ NEWS: नैनी महेवा स्थित डीडीएस कान्वेंट स्कूल में मासूम छात्र शिवाय जायसवाल की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए स्कूल की दो शिक्षिकाओं शिवांगी जायसवाल और आरती जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपितों ने यह स्वीकार किया है कि मौत से पहले छात्र की पिटाई की गई थी. फिलहाल मामले की जांच जारी है और पुलिस का कहना है कि जैसे-जैसे नए तथ्य सामने आएंगे, कार्रवाई की दिशा तय की जाएगी.
चार वर्षीय मासूम की मौत ने उठाए कई सवाल
महेवा पश्चिम पट्टी निवासी वीरेंद्र कुमार जायसवाल का चार वर्षीय पुत्र शिवाय डीडीएस कान्वेंट स्कूल में नर्सरी का छात्र था. 15 मई को वह स्कूल में संदिग्ध परिस्थितियों में बेहोश हो गया और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों ने नैनी थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद गैरइरादतन हत्या का मामला पंजीकृत किया और जांच शुरू की.
चश्मदीद बना भाई, बयान से खुला राज
शिवाय के भाई सुमित जायसवाल जो उसी स्कूल में पढ़ता है, उसने घटना का प्रत्यक्षदर्शी होने के नाते जो बयान दिया, उसने पूरे मामले की दिशा बदल दी. सुमित ने बताया कि किस तरह शिक्षिकाओं ने उसके छोटे भाई को लगातार पीटा था, जिससे वह बेहोश हो गया.
आरती जायसवाल का बयान: ‘मैंने भी थप्पड़ मारे थे’
पुलिस पूछताछ में आरती जायसवाल ने बताया कि 15 मई को वह कक्षा सात में पढ़ा रही थी, तभी सुबह 9 से 10 बजे के बीच शिवांगी जायसवाल ने उसे बुलाया. जब वह शिवांगी की कक्षा में पहुंची तो देखा कि छात्र शिवाय रो रहा था और उसके साथ उसका भाई सुमित भी मौजूद था. शिवांगी उसे थप्पड़ मार रही थी. शिवाय के रोने पर उसने भी गुस्से में आकर कुछ थप्पड़ मारे. इस दौरान उसका भाई सुमित उन्हें रोकने की कोशिश करता रहा, लेकिन उन्होंने उसकी बात नहीं मानी और कुछ और थप्पड़ मार दिए. कुछ ही मिनटों में शिवाय बेंच से गिर पड़ा और रोते हुए पानी मांगने लगा. सांसें तेज हो गईं तो तत्काल परिजनों को सूचना दी गई.
शिवांगी जायसवाल ने भी मानी पिटाई की बात
शिवांगी जायसवाल ने भी पूछताछ में छात्र की पिटाई की बात कबूल की. उसने कहा कि शिवाय दूसरी कक्षा में खेलते हुए शोर कर रहा था और मना करने पर गाली देने लगा. गुस्से में उसने शिवाय के गाल पर थप्पड़ मारा, जिससे वह और जोर से चिल्लाने लगा. तब आरती को बुलाया गया. आरती के आने पर भी शिवाय ने गाली दी, जिससे नाराज होकर उसने भी थप्पड़ मारा. दोनों ने मिलकर शिवाय को पीटा, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर गया.
पुलिस की सख्त कार्रवाई, परिजनों को मिला सुकून
इस दर्दनाक घटना के बाद से मृतक के परिजन सदमे में थे और लगातार न्याय की मांग कर रहे थे. बुधवार को जब पुलिस ने दोनों शिक्षिकाओं को गिरफ्तार किया, तो पिता वीरेंद्र जायसवाल ने राहत की सांस ली. उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई से उन्हें कुछ सुकून मिला है, हालांकि उनका बेटा अब लौटकर नहीं आएगा.

विवेचना अभी जारी, आगे हो सकती है सख्त कार्रवाई
इंस्पेक्टर नैनी बृजकिशोर गौतम ने बताया कि पूरे मामले की जांच अभी जारी है. आरंभिक विवेचना में प्राप्त साक्ष्यों और आरोपितों के बयानों के आधार पर गिरफ्तारी की गई है. आगे जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.
समाज में गूंज उठा सवाल: क्या स्कूल में सुरक्षित हैं बच्चे?
शिवाय की मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है. लोगों के मन में अब यह सवाल उठ रहा है कि स्कूल, जहां बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए, वहीं अब ऐसी घटनाएं बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर रही हैं. इस मामले ने शिक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. शिवाय जायसवाल की दुखद मौत ने न सिर्फ एक मासूम की जिंदगी छीनी, बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया. अब उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया तेजी से चले और दोषियों को कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में किसी और शिवाय की जिंदगी यूं न छीनी जाए.