PRAYAGRAJ NEWS: प्रयागराज में डॉक्टर वंदना बंसल ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है. डॉ. बंसल ने एक फरार शूटर से जान को गंभीर खतरा होने की आशंका जताई है, जिसकी गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है. उन्होंने आशंका जताई है कि यदि समय रहते सुरक्षा नहीं दी गई तो उनकी जान को नुकसान हो सकता है. डॉ. वंदना बंसल का नाम पहले भी कई चर्चित मामलों से जुड़ा रहा है और उन्होंने हाल ही में प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर अपनी स्थिति से अवगत कराया है. उन्होंने यह भी कहा कि फरार अपराधी खुलेआम घूम रहा है और लगातार उन्हें धमकियां मिल रही हैं, जिससे उनका और उनके परिवार का मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा है.
शूटर को जल्द गिरफ्तार करने की मांग
उन्होंने पुलिस से अपील की है कि जल्द से जल्द शूटर को गिरफ्तार किया जाए और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए. डॉ. बंसल का कहना है कि वे अपने पेशेवर कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहती हैं, लेकिन लगातार मिल रही धमकियों के चलते उन्हें गंभीर चिंता सता रही है. प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर चिंता देखी जा रही है और उन्होंने डॉ. बंसल को सुरक्षा देने की मांग का समर्थन किया है.
यह मामला प्रयागराज में कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रहा है कि आखिर क्यों एक फरार शूटर अब तक पकड़ से बाहर है और आम नागरिकों की सुरक्षा पर खतरा बना हुआ है. जैसे-जैसे यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है, सभी की नजरें अब प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं.
डॉ. ए.के. बंसल हत्याकांड का क्या है पूरा मामला ?
प्रयागराज के प्रतिष्ठित जीवन ज्योति मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल के निदेशक और वरिष्ठ सर्जन डॉ. ए.के. बंसल की 12 जनवरी 2017 को अस्पताल के चैंबर में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सीसीटीवी फुटेज में दो हमलावरों को जैकेट और जींस पहने, चेहरे स्कार्फ से ढंके देखा गया, जिन्होंने चैंबर में घुसते ही उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. इस जघन्य हत्या के बाद शहर में हड़कंप मच गया और डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
हत्या की साजिश और मुख्य आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या की साजिश बिहार निवासी आलोक सिन्हा ने रची थी. उसने नैनी जेल में बंद अपराधियों दिलीप मिश्र और अख्तर कटरा की मदद से यह योजना बनाई. इस साजिश में प्रतापगढ़ के शूटर जैद उर्फ मकसूद को सुपारी दी गई, जो अभी भी फरार है और उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित है.
STF की गिरफ्तारी और खुलासा
लगभग साढ़े चार साल तक फरार रहने के बाद, अगस्त 2021 में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने आलोक सिन्हा को प्रयागराज के परेड मैदान के पास गिरफ्तार किया। वह एक वकील से मुलाकात करने आया था. STF ने उसकी फॉर्च्यूनर गाड़ी, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया. पूछताछ में आलोक ने हत्या की साजिश और अपने साथियों की पूरी जानकारी दी.
कोर्ट कार्यवाही और वर्तमान स्थिति
सितंबर 2023 में कोर्ट ने आलोक सिन्हा, विजय मिश्र और अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए. मुख्य शूटर जैद उर्फ मकसूद अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. मामले की न्यायिक प्रक्रिया जारी है और अंतिम निष्कर्ष की प्रतीक्षा की जा रही है.