यूपी के बस्ती सदर तहसील में तैनात एक महिला नायब तहसीलदार के साथ मारपीट और दुष्कर्म का प्रयास करने वाला आरोपी राजस्व अधिकारी घनश्याम शुक्ला की गिरफ्तारी नहीं होना जिला प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़ा कर रहा है. पीड़िता ने आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है. पीड़िता नायब तहसीलदार ने कहा कि बड़ी मुश्किल से एफआईआर दर्ज हुई. मजिस्ट्रेट के सामने 164 का बयान भी दर्ज हो गया, लेकिन बयान दर्ज होने के तीन दिन बाद भी अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई. पीड़िता ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर आरोपी को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया है. पीड़िता ने अब मुख्यमंत्री से न्याय दिलाने की मांग की है. वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पीड़िता का वीडियो शेयर कर यूपी सरकार को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने लिखा कि उत्तर प्रदेश में जब एक पीसीएस महिला अधिकारी वीडियो के जरिये एक-दूसरे अधिकारी के द्वारा उसके घर में घुसकर उसकी अस्मिता और जीवन के लिए खतरा बनने की बात कह रही हो, लेकिन उसकी एफआईआर तक लिखने में कई दिन लग गए हों तो भाजपा सरकार बताए कि ‘नारी शक्ति वंदन’ के ढोंग का नाटक वो क्यों कर रही है. ये एक बेहद गंभीर मामला है क्योंकि आम जनता के लिए प्रशासनिक अधिकारी ही सरकार का चेहरा होते हैं अगर वो अधिकारी ख़ुद ही असुरक्षित और पीड़ित होंगे तो जनता सरकार में रहा-सहा विश्वास भी खो देगी. समाजवादी पार्टी समस्त निष्ठावान अधिकारियों के समर्थन में खड़ी होकर, शीघ्र दंडात्मक-निर्णायक कार्रवाई की मांग करती है.
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि 12 नवंबर की रात महिला नायब तहसीलदार अपने सरकारी क्वार्टर पर अकेली थी. रात एक बजे आरोपी राजस्व अधिकारी महिला नायब तहसीलदार के घर पर जा धमका. आरोपी ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन देर रात होने की वजह से महिला नायब तहसीलदार ने दरवाजा नहीं खोला, जिसके बाद आरोपी घर के पीछे पहुंच गया. दरवाजा तोड़कर घर में घुस गया. पीड़िता ने तहरीर में बताया कि घर में जबरन घुसने के बाद उसने पहले थप्पड़ से पीटा, फिर उसके साथ जबरदस्ती करने लगा. विरोध करने पर शरीर के कई हिस्सों पर दांत से कटा. उसके बाद फर्श पर पटक दिया और जबरन दुष्कर्म की कोशिश करने लगा. विरोध करने पर गला दबा कर हत्या की कोशिश की. पुलिस को दी गई तहरीर में महिला नायब तहसीलदार ने बताया कि मैं तीन दिन तक घर में डरी सहमी रही. किसी को कुछ नहीं बताया. 15 नवंबर को तीन दिन का अवकाश लेकर अपने माता-पिता के पास चली गई. उसके बाद मैंने अपने परिजनों को पूरी बात बताई, जिसके बाद परिजनों ने आगे बढ़कर मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई.
एमएलसी ने डीएम और एसपी पर लगाए गंभीर आरोप
वहीं बस्ती सदर तहसील में तैनात महिला नायब तहसीलदार के साथ हुई घटना को लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है. आरोपी राजस्व अधिकारी घनश्याम शुक्ला की अब तक गिरफ्तारी न होने पर बीजेपी एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने जिला प्रशासन की मंशा पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि आरोपी को कलेक्टर और कप्तान का संरक्षण प्राप्त है. पीड़िता का 164 का बयान ही आरोपी की गिरफ्तारी का पर्याप्त आधार है. जिले के आला अधिकारी आरोपी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. डीएम और एसपी जो कुछ कर रहे हैं, वह अपराध की श्रेणी में आता है.
जांच की जा रही है-एएसपी
वहीं एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. नायब तहसीलदार के खिलाफ धारा 376,307,452,323,504,354,511 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच कोतवाली पुलिस कर रही है. जांच के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.