लखनऊ : उत्तर प्रदेश में चुनावी मौसम के बीच बयानों का दौर जारी है. इसी क्रम में भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार पर एक बार फिर हिंदुओं के साथ भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि यह प्रदेश की सरकार दलितों के लिए दिए जाने वाले पैसों को मदरसों में खर्च करती है.
वहीं बिजली को लेकर किए जा रहे भेदभाव पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में देवा शरीफ को सरकार 24 घंटे बिजली देती है लेकिन वहीं महादेव को बिजली देने में कोताही की जाती है. वे यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि सरकार विकास के लिए दिए जाने वाले फंड को कब्रिस्तानों की दीवारों पर खर्च करने का काम कर रही है.
सपा के साथ-साथ आदित्यनाथ ने बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) पर भी हमला किया और कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ बसपा भी प्रदेश में हिंदुओं के साथ भेदभाव की राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि यह दोनों पार्टियां धर्म के नाम पर राजनीति करती हैं और एक-दूसरे पर आरोप लगाती हैं.
आदित्यनाथ ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में भाजपा सत्ता में आती है तो सबसे पहले इन दोनों पार्टियों द्वारा बढ़ाए गए हिंदु-मुस्लिम के भेदभाव को समाप्त करने का काम किया जाएगा. इसके बाद उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि हमारी सरकार के बनते ही अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए हम सबको एक होकर इसके पक्ष में आवाज उठानी चाहिए.
आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अगर सपा-बसपा की सरकार बनती है तो वे राम मंदिर का निर्माण कभी नहीं कराएंगे बल्कि वे सिर्फ यहां पर कर्बला, कब्रिस्तान का ही निर्माण कराने में लग जायेंगे.
आपको बता दें कि पिछले दिनों एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा के फायरबांड कहे जाने वाले योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि पिछले 14 साल में सपा एवं बसपा ने प्रदेश में जंगलराज कायम किया है और बहुसंख्यक समाज को पीड़ा देने का काम किया है.