लखनऊ : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी पांडेय पवन की वापसी पार्टी में जल्द होगी. सूत्रों के अनुसार तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय को वापस लाने का फैसला ले लिया गया है. अयोध्या विधानसभा सीट से पार्टी को जीत दिलाने वाले पांडेय का टिकट कट गया था उनकी जगह आशीष पांडेय को टिकट दिया गया था. पार्टी के इस फैसले से पांडेय के समर्थक नाराज थे. कम समय में अपनी मजबूत राजनीतिक पहचान बनाने वाले पवन 2012 से दो साल पहले ही सक्रिय राजनीति में आये थे.
पिछले दिनों समाजवादी पार्टी में जारी अंतरकलह का पवन पर भी असर पड़ा. अखिलेश का खुलकर समर्थन करना भारी पड़ा. पवन पर आरोप लगा कि उन्होंने शिवपाल के खास एमएलसी के साथ मारपीट की. इस आरोप के बाद उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया गया. इतना ही नहीं इस पूरे विवाद का असर उनके टिकट पर भी पड़ा. आयोध्या विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए बेहद अहम मानी जाती है. इसी सीट से चार बार विधायक बने लल्लू सिंह को हराकर साल 2012 में पांडेय ने इस सीट पर कब्जा कर लिया.
पवन को अखिलेश के बेहद करीबी माना जाता है. अखिलेश जब मुख्यमंत्री बने तो पवन को मनोरंजन मंत्री बना दिया. कुछ दिनों के बाद अखिलेश नाराज हुए और उनसे यह पद छिन लिया लेकिन ये नाराजगी ज्यादा दिनों तक नहीं रही. एक बार फिर उनकी वापसी हुई और वन राज्यमंत्री का दर्जा मिला. अब एक बार फिर पार्टी में उनकी वापसी की खबर है.
