लखनऊ :उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में कल शांत होती लग रही लड़ाई आज निर्णायक मोड़ पर पहुंचकर नये युग में जाती दिख रही है. पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा बुलाये गये पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव को जहां पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और अमर सिंह को पार्टी से हटाने का फैसला लिया गया. समाजवादी पार्टी के अहम नेताओं के घरों पर बैठकों का दौर जारी है. रामगोपाल यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ अपने घर पर बैठक कर रहे हैं.
Mulayam Singh Yadav has expelled Kiranmoy Nanda and Naresh Agrawal from Samajwadi Party
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 1, 2017
अखिलेश यादव के समर्थकोें ने लखनऊ के पार्टी कार्यालय में पहुंचकर जोरदार हंगामा किया. समर्थकों ने शिवपाल यादव के नेमप्लेट को हटा दिया है. मुलायम ने किरणमयी नंदा और नरेश अग्रवाल को भी पार्टी से बाहर निकाला दिया. अखिलेश यादव के करीबी सूत्रों का कहना है कि शिवपाल ने मुलायम सिंह यादव की चिट्ठी में हेरफेर किया है.
CM Akhilesh Yadav's supporters create chaos at Samajwadi Party's office in Lucknow, remove Shivpal Yadav's nameplate from party office pic.twitter.com/agCxxgCfOs
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 1, 2017
Mulayam Singh Yadav expels Ramgopal Yadav for 6 years from Samajwadi Party
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 1, 2017
मुलायम सिंह ने आज के अधिवेशन में जितने भी प्रस्ताव पारित किये गये उसे खारिज कर दिया और रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया है. शिवपाल यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. शिवपाल यादव ने बताया कि रामगोपाल यादव को पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में पार्टी से हटाने का फैसला लिया गया. उन्होंने बताया कि रामगोपाल यादव को राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का कोई अधिकार नहीं है. ज्ञात हो मुलायम सिंह ने अखिलेश और रामगोपाल यादव की ओर से बुलाये गये अधिवेशन के पहले ही एक चिट्ठी जारी किया था और इसे पार्टी संविधान के विरुद्ध बताया था.
#WATCH: Akhilesh supporters dance and celebrate outside SP office in Lucknow after he was elected SP's Pres at today's national executive pic.twitter.com/UvAYKq0ozS
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 1, 2017
गौरतलब हो कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने राजधानी स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित अधिवेशन में तीन प्रस्ताव पेश किये. पहले पारित प्रस्ताव में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री अखिलेश को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. मंच पर बैठे उन तमाम वरिष्ठ नेताओं ने हाथ उठाकर इस प्रस्ताव का समर्थन किया, जो कभी मुलायम के बगलगीर थे.
साथ ही अखिलेश को यह अधिकार दिया गया कि वह सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, संसदीय बोर्ड और देश के सभी राज्यों के संगठनों को आवश्यकतानुसार गठित करें. रामगोपाल ने कहा कि इस प्रस्ताव की सूचना यथाशीघ्र निर्वाचन आयोग को उपलब्ध करा दी जाएगी. दूसरे प्रस्ताव के तहत सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को सपा का सर्वोच्च संरक्षक बनाया गया और कहा गया कि शीर्ष नेतृत्व उनसे मार्गदर्शन लेता रहेगा.तीसरे प्रस्ताव के तहत शिवपाल सिंह यादव को सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से तत्काल हटाया गया और पार्टी महासचिव अमर सिंह को सपा से तत्काल बर्खास्त कर दिया गया. ये तीनों प्रस्ताव हाथ उठवाकर पारित किये गये.
* मुलायम ने अधिवेशन को बताया असंवैधानिक
सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के शुरू होने के थोड़ी ही देर बाद सपा मुखिया ने चिट्ठी जारी करके कहा कि आज रामगोपाल यादव द्वारा तथाकथित अधिवेशन बुलाया गया है. यह पार्टी के संविधान और अनुशासन के विरुद्घ है. यह पार्टी को क्षति पहुंचाने के लिये बुलाया गया है.
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में शिरकत को अनुशासनहीनता माना जाएगा और सम्मेलन में जो भी जाएगा, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. मालूम हो कि जनेश्वर मिश्र पार्क में सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया जा रहा है. इसमें मंच पर सपा के वे सभी वरिष्ठ नेता मौजूद हैं, जो कभी मुलायम के बगलगीर थे.