लखनऊ : यूपी में सत्ताधारी पार्टी सपा के स्थापना के 25 साल पूरे हो गये हैं. आज रजत जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसी आयोजन के बहाने मुलायम सिंह यादव यूपी में अपनी पार्टी के वर्चस्व का प्रर्दशन भी करेंगे. लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क को दुल्हन की तरह सजाया गया है. सपा की ओर से ऐसा दावा भी किया गया है कि इस समारोह में पांच लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे. समारोह की खास बात यह है कि इसमें जदयू नेता शरद यादव, लालू प्रसाद यादव, अजीत सिंह और देवगौड़ा के अलावा बहुत सारे जनता दल के बिखरे हुए नेता एक साथ दिखेंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला था लेकिन उन्होंने वह छठ पर्व की वजह से नहीं जा पाये. समारोह में हाल के दिनों में एक दूसरे से आमने-सामने भिड़े चाचा-भतीजा अखिलेश और शिवपाल भी मौजूद रहेंगे.
शक्ति प्रदर्शन
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी गयी है. शिवपाल ने समारोह से जुड़ी सभी तैयारियां की है. राजनीतिक पंडित इसे सपा के परिवार में हाल में आये अखिलेश-शिवपाल के बीच खटास को जोड़कर देखते हैं. उनका मानना है कि शिवपाल यादव इस समारोह के बहाने अखिलेश यादव को अपनी ताकत का एहसास करायेंगे. हालांकि कुछ लोग इसे सपा में एकजुटता का प्रयास भी करार दे रहे हैं. पूरा मुलायम परिवार एक साथ मौजूद होगा. वहीं अमर सिंह के बारे में मीडिया से शिवपाल ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. शहर में लगे पोस्टरों में अखिलेश और शिवपाल की तस्वीरें एक साथ लगी हैं. हालांकि मुलायम सिंह यादव की तस्वीर उसमें बड़ी दिखायी गयी है.
पार्टी को एकजुट करने का प्रयास
शहर में लगे कुछ पोस्टर काफी दिलचस्प हैं. इसमें मुलायम सिंह यादव को कृष्ण और अखिलेश यादव को अर्जुन की तरह दिखाया गया है. जानकारी के मुताबिक एक पोस्टर पर यह भी लिखा है कि मैं हूं मुलायम. मैं ही हूं मुलायम. पोस्टर में साफ लिखा है कि मैं सबमें हूं. न रहूं तो लोग टूट जाएंगे. पोस्टर पर लिखे गये यह वाक्य पार्टी में अभी भी खटास को दर्शाते हैं. सपा के अंदर एका लाने के प्रयास के रूप में इन पोस्टरों को देखा जा रहा है. मुलायम सिंह यादव पूरी पार्टी को एकजुट करने में लगे हैं.
महागंठबंधन बनाने की कवायद
सपा के रजत जयंती समारोह को बिहार में हुए महागंठबंधन के प्रयोग के दोहराव की कवायद भी बतायी जा रही है. राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यूपी में सपा एक महागंठबंधन की तैयारी में जुटी है. इसलिए विभिन्न दलों के कई बड़े नेताओं को एक मंच पर बुलाया गया है. जनता दल से अलग हुए कई दल और नेता इसमें प्रमुख भूमिका अदा करने वाले हैं. बिहार की तर्ज पर बीजेपी को हराने के लिये लखनऊ में भी महागंठबंधन बनाने की यह कवायद कितनी सफल होगी यह समारोह के बाद पता चलेगा. फिलहाल समारोह को चमकाने और सफल बनाने में सब लोग जुटे हुए हैं.