लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने जम्मू कश्मीर में भारत-पाक सीमा पर स्थित सैन्य मुख्यालय पर आतंकवादी हमले में 17 जवानों के शहीद होने को दुखद बताते हुए आज कहा कि पाकिस्तान समर्थित ऐसी घटनाओं के प्रति अब केंद्र सरकार को दीर्घकालीन रणनीति बनाकर काम करना चाहिए. मायावती ने कहाकि उरी आतंकी हमले में 17 जवानों का मारा जाना अत्यंत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण और चिन्ताजनक है. पाकिस्तान समर्थित ऐसी घटनाओं के प्रति अब केंद्र सरकार को आम सहमति से दीर्घकालीक रणनीति बनाकर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में केंद्र की विभिन्न सरकारों की ढुलमुल नीति से अब तक अपने देश का जान माल का काफी नुकसान हो चुका है.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि आतंकी घटनाओं को रोकने का सामर्थ्य भारत के पास है. ऐसी घटनाओं को रोकने का हरसंभव, सटीक और जोरदार प्रयास अवश्य ही किया जाना चाहिए. भारत-पाक सीमा पर चौकसी और कड़ी की जानी चाहिए. खुफिया तंत्र को भी और मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में भाजपा-पीडीपी की गठबंधन सरकार नागरिकों की जान माल की सुरक्षा के साथ साथ वहां जनहित के मामले में काफी विफल साबित हो रही है.