बागपत : उत्तर प्रदेश में बागपत जिले के कुछ गांवों में बहनों ने आज पर राखी बांधने के एवज में शगुन के तौर पर अपने भाइयों से शराब छोड़ने का वचन लिया. निरपुड़ा गांव की प्रधान मुनेश देवी ने इस बारे में भाषा को बताया कि निरपुडा व आसपास के गांवों की युवा पीढी शराब के नशे की गिरफ्त में आकर खुद को और अपने परिवार को बरबादी की कगार पर ले जा रही है.
गांव को नशामुक्त बनाने की पहल
उन्होंने बताया कि इस बुराई को जड़ से मिटाने के लिये कल उनके आवास पर महिलाओं की पंचायत हुई थी. इस अवसर पर गांव की महिलाओं का कहना था कि गांव को किसी भी सूरत में नशामुक्त करना है. जब तक इस कार्य में महिलाएं आगे नहीं आएंगीं तो गांव का भला नहीं हो सकता. पंचायत में महिलाओं ने फैसला किया था कि वे अपने भाइयों को तभी राखी बाधेंगी जब वे भविष्य में कभी शराब ना पीने की प्रतिज्ञा करेंगे.
भाईयों से लिया उपहार में वचन
ग्राम प्रधान के अनुसार पंचायत के इस निर्णय पर अमल करते हुए आज निरपुडा व आसपास के गांव की विवाहित व अविवाहित महिलाओं व युवतियों ने आज अपने भाइयों से पहले शराब नही पीने का वचन उपहार स्वरूप लिया. भाइयों से शराब त्यागने की शर्त पर ही राखी बांधे जाने की खबर बागपत और आसपास के जिलों में चर्चा का विषय बनी हुई है.