लखनऊ/नयीदिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि चिन्मयानंद पार्टी के सदस्य नहीं हैं. भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव से पूछा गया कि चिन्मयानंद ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, वह पार्टी के सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे. इस पर श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने बहुत पहले चुनाव लड़ा था और मंत्री बने थे, लेकिन उसके बाद से वह भाजपा के सदस्य नहीं हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस ने पूछा था कि चिन्मयानंद को भाजपा से कब बाहर निकाला जायेगा.
श्रीवास्तव ने कहा कि चिन्मयानंद प्रकरण में कानून अपना काम कर रहा है. कानून को अपना काम करने की छूट है. उल्लेखनीय है कि चिन्मयानंद वाजपेयी सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश के जौनपुर से 1999 में चुनाव लड़ा था. चिन्मयानंद 1991 में बदायूं और 1998 में मछलीशहर से भी लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयांनद के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की की रंगदारी के आरोप में गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला और सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चिन्मयानंद के साथ साठगांठ है. पार्टी प्रवक्ता राजीव त्यागी ने इस मामले में यह भी सवाल भी किया कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की बात करने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत चिन्मयानंद के मामले में अब तक खामोश क्यों हैं? उन्होंने संवाददाताओं से कहा, उत्तर प्रदेश में जिस तरह से अपराधों की ज्वालामुखी फूट रही है वो चिंता का विषय है. जिस तरह से योगी सरकार अपराधियों को शरण दे रही है, वो और भी चिंता का विषय है. उत्तर प्रदेश में अपराधी भयमुक्त हैं. अपराधी अपराध करने के बाद सरकार की शरण में चले जाते हैं और पीड़ित भयभीत हो जाते हैं.
त्यागी ने दावा किया, पीड़िता को गिरफ्तार कर लिया गया तो चिन्मयांनद एसी कमरे में आराम फरमा रहे हैं. उन्होंने सवाल किया, चिन्मयानंद पर अब तक बलात्कार की धारा क्यों नहीं लगी? क्या योगी जी की चिन्मयांनद के साथ साठगांठ है? चिन्मयानंद को भाजपा से कब बाहर निकाला जायेगा? त्यागी ने यह भी कहा, हम इस मामले में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से भी सवाल करना चाहते हैं जो सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की बात करते हैं. वह इस मामले पर खामोश क्यों हैं? गौरतलब है कि चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली 23 वर्षीय छात्रा को उनसे पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. रंगदारी के मामले में तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है.