लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने उन्नाव से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को अंतत: पार्टी से निकाल दिया है. आज यह खबर तब आयी जब सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव मामले से जुड़े सभी मामलों को सुनवाई के लिए उत्तर प्रदेश से बाहर ट्रांसफर करने का निर्देश दिया है. कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी ने उन्नाव रेप केस के प्रकाश में आने के बाद दो साल पहले पार्टी से निलंबित कर दिया गया था, लेकिन आज उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया.
चार बार विधायक रहे हैं कुलदीप सिंह सेंगर
कुलदीप सिंह सेंगर चार बार विधायक रहे हैं. वर्ष 2002 में वे बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर उन्नाव सदर से विधायक चुने गये थे, उसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइंन कर ली और 2007 में बांगरमऊ और 2012 में भगवंत नगर से विधायक चुने गये. 2017 में वे भाजपा में शामिल हो गये और विधानसभा चुनाव जीता.
रेप और मर्डर के हैं आरोपी
कुलदीप सिंह सेंगर पर उन्नाव रेप मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और वे जेल में हैं. उन्नाव की नाबालिग पीड़िता के साथ उन्होंने तब रेप किया था जब वह उनसे काम मांगने के लिए चार जून 2017 में मिली थी. इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी. 28 जुलाई को रायबरेली के पास पीड़िता और उसके परिजनों की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिसमें पीड़िता की चाची और एक महिला की मौत हो गयी थी. इस मामले में भी कुलदीप सिंह सेंगर पर हत्या और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ है. साथ ही उनपर आपराधिक साजिश रचने का भी मामला दर्ज किया गया है.