क्षेत्रीय नेताओं से मिलकर तय करेंगे जीत की रणनीति
सांसदों का तैयार करेंगे रिपोर्ट कार्ड
योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट व संगठन पर भी चर्चा संभव
हरीश तिवारी
लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. भविष्य में सपा और बसपा के संभावित गठबंधन को देखते हुए शाह ने जीत के लिए नयी रणनीति तैयार की है. शाह अब क्षेत्रवार पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और उसके बाद राज्य स्तर पर इसकी समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही शाह वाराणसी में सोशल मीडिया में सक्रिय वालंटियर से भी रूबरू होंगे. ताकि पिछले चुनाव के जीत के आंकड़े दोहराया जा सके.
राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते अमित शाह पहली बार क्षेत्रीय बैठकों से कर रहे हैं. मिर्जापुर में चार जुलाई को माता विंध्याचल देवी के दर्शन के साथ ही वहीं काशी क्षेत्र की बैठक से चुनावी रणनीति बनाने की शुरुआत करेंगे. इस बैठक में वाराणसी के साथ गोरखपुर और अवध के पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे. असल में क्षेत्रीय नेताओं से बैठक कर आगे की रणनीति बनाने के पीछे शाह का मकसद वर्तमान सांसद और विधायक और मंत्रियों की कार्यप्रणाली की भी जानकारी लेना है, क्योंकि निचले स्तर पर कार्यकर्ता भाजपा के मंत्री, विधायक और सांसद से नाराज चल रहे हैं. इसका नतीजा पिछले दिनों हुए तीन लोकसभा और एक विधानसभा के उपचुनाव में देखने को मिला था.
पार्टी कैराना, गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा क्षेत्र का चुनाव हार गयी हैऔर नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के उप चुनावमेंभी उसे हार का मुंह देखना पड़ा. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह कार्यकर्ताओं की नाराजगी है. शाह इसी तरह पांच जुलाई को आगरा में ब्रज क्षेत्र की बैठक करेंगे. इस बैठक में कानपुर और पश्चिम क्षेत्रों के नेता भी हिस्सा लेंगे. फिलहाल राष्ट्रीय अध्यक्ष के क्षेत्रवार बैठक करने के फैसले की वजह से ही भाजपा संगठन ने सभी क्षेत्रों में खाली पड़े अध्यक्ष और संगठन मंत्री के पद को भरा है. चार जुलाई से पहले ही सभी क्षेत्रीय कमेटियां भी बन जाएंगी. क्षेत्रीय बैठकों में ही संबंधित क्षेत्र में आने वाले संसदीय सीटों के सासंदों के कामकाज की भी समीक्षा की जाएगी. क्षेत्रीय अध्यक्ष अपने क्षेत्र के सांसदों का रिपोर्ट कार्ड राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने पेश करेंगे.
प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल का पुनर्गठन होना बाकी है. ऐसा समझा जाता है कि मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल का विस्तार व पुनर्गठन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ बैठक करने के बाद ही करेंगे. हालांकिजून कीशुरुआत में शाह और योगी की दिल्ली में दो बार इस सिलसिले में बैठक हो चुकी है, लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं किया जा सका है. इसके साथ ही चार जुलाई को अमित शाह वाराणसी में सोशल मीडिया के वालंटियरों से मुलाकात करें. ऐसा पहली बार हो रहा है, जिसमें शाह सीधे तौर पर इनसे मुलाकात कर, लोकसभा चुनाव के लिए फीडबैक लेंगे.