प्रधानमंत्री ने कहा कि जब 14-15 साल पहले पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम यहां आये थे तो उन्होंने इस जगह के लिए एक सपना देखा था. उनके सपने के अनुसार, अब इस जगह को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है. कबीर की वाणि सर्वजन व सर्वपंथ समभाव की थी. वह आज भी प्रासंगिक है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कबीर श्रमजीवी थे वे मांगने के विरुद्ध थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संत रामानंद ने संत कबीर को राम नाम की राह दिखायी. संत रामानंद ने जाति प्रथा के खिलाफ लड़ाई लड़ी. इस कड़ी में महात्मा गांधी आये. बाबा साहेब आंबेडकर ने हमें संविधान दिया. दुर्भाग्य से आज जाति के नाम पर कलह व असंतोष का वातावरण खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्हें लगता है कि इससे उन्हें राजनीतिक लाभ होगा. लेकिन, सच्चाई है कि ऐसे लोगों जमीन से कट जायेंगे. इन्हें मालूम नहीं कि संत कबीर, गांधीजी व आंबेडकर जी को मानने वाले देश का मूल्य क्या है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संत कबीर विचार बन कर आये और व्याहार बन कर लुप्त हो गये. उन्होंने कहा था कि अगर हृदय में राम बसते हैं तो मगहर भी सबसे पवित्र जगह है. वे इसी वजह से काशी से मगहर आये.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर किसी की कामना होती है कि वह ऐसे पवित्र स्थलों पर जाये. आज मेरी वह कामना पूरी हुई. मुझे आज संत कबीर जी की मजार पर चादर व पुष्प चढ़ाने का अवसर मिला. मैंने उनकी पुण्यभूमि से उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूं. कहते हैं कि यहीं पर बैठकर संत कबीर दास, गुरु नानक देव, बाबा गोरखनाथ ने एक साथ बैठकर आध्यात्मिक चर्चा की थी. आज ज्येष्ठ पूर्णिमा है. भगवान शीव की आज यात्रा शुरू हो रही हैं, मैं तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि संत कबीर दास मानवता के लिए जो पूंजी छोड़ गये हैं, उसका लाभ हम सभी को मिलने वाला है.
उन्होंने कहा कि कबीर दास ने कहा था कि तीर्थ जाने से एक पुण्य मिलता है, लेकिन संत के संगत से चार पुण्य मिलता है, वही पुण्य यहां हाेने वाले कबीर महोत्सव से मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि थोड़ी देर पहले 24 करोड़ की लागत से बनने वाले संत कबीर आकादमी का शिलान्यास किया गया. यह संस्कृति व उत्तरप्रदेश की लोकभाषाओं के लिए काम करेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मगहर में अपना संबोधन भोजपुरी में शुरू किया.
योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तरप्रदेश हमेशा उपेक्षित रहा, लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी यहां आये. उन्होंने खाद कारखाने की शुरुआत की. इन्सेफलटाइटिस के खिलाफ काम को आगे बढ़ाया. उन्होंने यहां की चीनी मिलों के लिए काम किया.
PM @narendramodi unveils plaque to mark the laying of Foundation stone of Kabir Academy, which will highlight the great saint's teachings and thought #PMInMaghar pic.twitter.com/DN3K6iqnOB
— DD News (@DDNewslive) June 28, 2018
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान हमारे नेता मोदी जी ने एक ही नारा दिया था – सबका साथ, सबका विकास. प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने यही कहा कि हमारी सरकार किसी जाति, धर्म की नहीं देश के सभी 125 करोड़ लोगों के लिए है.
कार्यक्रम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित करते हुए संत कबीर को याद किया. उन्होंने कहा कि संत कबीर दास के महापरिनिर्वाण की 500वें साल व उनके 620वी जयंती पर आज यहां हमलोग एकत्र हुए हैं.
प्रधानमंत्री ने संत कबीर दास की पवित्र गुफा का भी दर्शन किया. इसके बाद वे सभास्थल पर पहुंच गये हैं. जहां वे लोगों को थोड़ी देर में संबोधित करेंगे.
10.51 AM : प्रधानमंत्री ने संत कबीर की समाधि पर चादर व पुष्प चढ़ाये.
10.45 AM :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ से मगहर पहुंचे, संत कबीर की समाधि पर पहुंचे. योगी आदित्यनाथ हैं साथ.
गोरखपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तरप्रदेशके मगहर के दौरे पर हैं. उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हैं. मगहर में मध्यकाल के महान संत कबीर की समाधि है. मगहर उत्तरप्रदेश के संत कबीर नगर जिले में स्थित एक कस्बा है, जहां संत कबीर ने आखिरी समय गुजारा था. संत कबीर काशी के रहने वाले थे, लेकिन उन्होंने इस मान्यता को झूठलाने के लिए मगहर को अपने अाखिरी समय के लिए चुना कि यहां मरने वालों को स्वर्ग नहीं मिलता है. उन्होंने यहीं समाधि ली थी. प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के क्रम में करीब डेढ़ घंटा का समय मगहर में गुजारेंगे. वे यहां संब कबीर अकादमी की आधारशीला रखेंगे.
नरेंद्र मोदी मगहर आने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं. इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने कार्यकाल में एकबार यहां की यात्रा की थी. प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए गोरखपुर जोन के नेपाल सीमा से लगे सभी जिलोंमहाराजगंज,सिद्धार्थनगर, बलरामपुर,श्रावस्ती, बहराइच में नेपाल बार्डर को हाइअलर्ट कर दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के क्रम में दो दिन के कबीर महोत्सव का उद्घाटन भी करेंगे. यह महोत्सव रहस्यवादी कवि और संत कबीर दास की पांच सौवीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने आयोजित किया है. महोत्सव में लोक संगीत, नृत्यकला और नाट्य संगीत की प्रस्तुतियों में देशभर के कलाकार हिस्सा लेंगे.
प्रधानमंत्री का यह दौरा राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम है. संत कबीर ने भेदभाव व ऊंच-नीच खत्म करने के लिए प्रयास किया था. देश भर में पिछड़ी व दलित जातीयों में उनके अनुयायियों की बड़ी संख्या है. यानी इस यात्रा से इस वर्ग में भी एक पॉजिटिव संकेत जाएगा. उत्तरप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के लिए अहम राज्य है, जहां उसने लोकसभा व विधानसभा दोनों चुनावों में 80 प्रतिशत से अधिक सीटें जीती थीं, लेकिन इस साल वहां से तीन लोकसभा उपचुनाव में उसे हार का सामना करना पड़ा था.