मेरठ : उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने नकल से जुड़े एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह ने फर्जीवाड़े के जरिये करीब 600 अयोग्य छात्रों को डॉक्टर बनवा दिया. इसके एवज में गिरोह ने छात्रों ने एक से डेढ़ लाख रुपये वसूल किये.
एसटीएफ के आइजी अमिताभ यश ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस मामले में सरगना कविराज सिंह के अलावा मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. गिरोह का एक और सदस्य सीपी सिंह फरार है. जांच के दायरे में उन सभी छात्रों को शामिल किया जायेगा, जिन्होंने अनुचित तरीके से परीक्षा पास की है. एसटीएफ के मुताबिक, मेडिकल छात्रों से एक से डेढ़ लाख रुपये तथा दूसरे प्रोफेशनल कोर्स के छात्रों से 30 हजार से 40 हजार रुपये वसूले गये थे.
आंसरशीट बदल देते थे
शनिवार को एसटीएफ टीम ने मेरठ के दुर्गापुरम के एक निर्माणाधीन मकान से कविराज को गिरफ्तार किया गया. आरोपी के कब्जे से एमबीबीएस सेकंड इयर की दो लिखी हुई उत्तर पुस्तिकाएं बरामद हुईं. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह सीसीएसयू से संबद्ध कोर्सेस की उत्तर पुस्तिकाएं बदल देता था.