कानपुर : उत्तर प्रदेश के झांसी में 5 अक्टूबर 2019 पुलिस ने एनकाउंटर करते हुए पुष्पेंद्र यादव को मौत के घाट उतार दिया था. पुष्पेंद्र पर पुलिस वालों ने आरोप लगाया था कि पुष्पेंद्र पुलिस की जीप छीन कर भाग रहा था. इस एनकाउंटर कांड में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई न होने और पति को न्याय न दिला पाने से परिवार के लोग बेहद ही दुखी थे. मंगलवार को पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी ने अपने मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जिसके बाद घर में कोहराम मच गया. सूचना मिलते ही पर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
अखिलेश यादव बोलें- मजबूर करना भी हत्या के समान
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस घटना को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि पुष्पेंद्र यादव की पत्नी ने जिस तरह से आत्महत्या कर अपना जीवन खत्म किया है. वह योगी सरकार में लोगों की विश्वास की हत्या है. साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को आत्महत्या के लिए मजबूर करना भी हत्या की तरह ही है.
हाथ में सुसाइड नोट लिख कर दी जाने
बता दे कि पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी ने आत्महत्या से पहले अपने बाएं हाथ पर पेन से सुसाइड नोट भी लिखा है. इस पर लिखा है कि अपने आप खत्म हो रहे हैं. किसी पे कोई दोष न लगाए. इस सुसाइड नोट को लेकर भी पुलिस जांच करने में जुटी हुई है. वहीं मृतका के परिजनों का आरोप है कि पुष्पेंद्र के एनकाउंटर के दोषी पुलिस वालों को सजा न दिला पाने से वह आहत थी. जिस कारण उसने यह कदम उठाया है.
पुष्पेंद्र पर यह लगा था आरोप
बता दे कि मृतका शिवांगी की शादी 2019 में ही झांसी के करगुवा के रहने वाले पुष्पेंद्र यादव से हुई थी. शादी के 4 महीने बाद ही 5 अक्टूबर 2019 को झांसी में ही पुलिस ने पुष्पेंद्र एनकाउंटर में मार दिया था. पुष्पेंद्र पर पुलिस वालों ने आरोप लगाया था कि पुष्पेंद्र पुलिस की जीप छीन कर भाग रहा था. इस कारण उसे एनकाउंटर में मार गिराया था. वहीं परिजनों का यह आरोप था कि मोंठ थाने के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह चौहान लगातार पुष्पेंद्र पर दबाव बनाकर वसूली करना चाह रहे थे. यह मुद्दा सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उठाया था. इसके बाद परिजनों ने एनकाउंटर को फेक बताते हुए हाईकोर्ट में शरण ली थी.
मायके में रह रही थी पत्नी
बताते चले कि पुष्पेंद्र यादव के एनकाउंटर के बाद से उसकी पत्नी शिवांगी अपने मायके में रह रही थी. पुष्पेंद्र के एनकाउन्टर के बाद से वह मानसिक रूप से परेशान थी. और वह पति को इंसाफ दिलाने के लिए लगातार लगी हुई थी कई बार वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी न्याय की गुहार लगाई थी. लेकिन उसे न्याय नही मिल पा रहा था. इसी कारण उसने आहत होकर मंगलवार देर रात को परिवार के सोने के बाद अपने बाएं हाथ की हथेली पर सुसाइट नोट लिखकर आत्महत्या कर ली.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी