यूपीः कानपुर में रेडीमेड बाजार में गुरुवार की देर रात को लगी आग थमने का नाम नहीं ले रही है. आग को बुझाने के लिए कानपुर के आस पास के जनपदों की फायर ब्रिगेड से मदद मांगी ली गई है. फायर ब्रिगेड की 52 गाड़ियां आग से निपटने के लिए मौजूद थीं. मगर लाज बचाने का नाम लखनऊ की फायर ब्रिगेड से भेजी गई हाइड्रोलिक ऑपरेटर टेलीस्कोपिक दमकल ने किया. इस हाईटेक दमकल की वजह से आग के फैलाव पर नियंत्रण किया जा सका. हालांकि मौक पर मौजूद अफसरों का कहना कि अगर यह गाड़ी कानपुर के पास होती तो हादसा इतना बड़ा होने से रोका जा सकता था. लखनऊ से आने में दमकल को लगभग दो घंटे का समय लगा.
इस तरह कार्य करती है हाइड्रोलिक दमकल
लखनऊ से आई दमकल हाइड्रोलिक दमकल की 22 फीट की ऊंचाई के सीढ़ी के साथ अलग अलग एंगल पर फायर फाइटिंग का काम कर सकती है. उसका मॉनिटर सिस्टम नीचे प्लेटफार्म पर रहता है. वहां पर एक ऑपरेटर उसे ऑपरेट करता है. इसके साथ ही एक प्लेटफार्म अटैच रहता है. जिसमें छह लोग एक साथ खड़े हो सकते हैं. वहीं व्यापारियों ने उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक से कहा है कि यह गाड़ी यहां भी होनी चाहिए. उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि अग्निशमन विभाग को और मजबूत किया जाएगा.
थर्मल इमेजिंग कैमरे से दिखता है आरपार
फायर ब्रिगेड के साथ ही थर्मल इमेजिंग कैमरा भी मौजूद था.जिसे दमकल कर्मी लेकर जब ऊपर से फायर फाइटिंग कर रहे थे तो इस कैमरे की मदद से आरपार देख रहे थे कि कहीं वहां कोई व्यक्ति तो नहीं फंसा हुआ है.
पान की गुमटी लगाने वाला लापता
कानपुर की रेडीमेड बाजार की इमारतों में लगी आग में पुलिस ने देर रात तक किसी भी जनहानि से इंकार कर दिया है. हालांकि पान की गुमटी लगाने वाला लापता पान दुकानदार ज्ञान चंद्र साहू का शव शनिवार सुबह पुलिस को मिल गया. उसके भाई ने एआर टावर से कूद कर अपनी जान बचाई है. 10 अन्य मजदूरों ने भी बिल्डिंग से कूद कर अपनी जान बचाई है.