एक खेल के रूप में पिछले एक दशक से भारत में लगातार कुश्ती की लोकप्रियता बढ़ रही है. कुश्ती लड़ने के लिए चुस्ती-फुर्ती और सही तकनीक के साथ शारीरिक शक्ति का मेल होना जरूरी है. हालांकि, भारत में कुश्ती का विकास पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था. भारत में कुश्ती के प्रारंभिक रूप को 'मल्ल-युद्ध' (हाथों से मुकाबला) के रूप में जाना जाता था और इससे जुड़ी कई कहानियां रामायण और महाभारत में मिल जाएंगी. वहीं रेसलिंग की दुनिया में भारत के सितारे भी पिछले कुछ सालों से चमक रहे हैं.
ग्रेट खली के बाद ऐसी ही भारत की एक नई सनसनी रेसलिंग की दुनिया में धमाल मचा रही है. ये है वीर महान जिनके नाम के साथ ही उनका लुक भी सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. चार अप्रैल, 2022 को डब्ल्यूडब्ल्यूइ में वीर महान ने कदम रखा था और इस मुकेबले में रे और डोमिनिक मिस्ट्रियो की पिता-पुत्र की जोड़ी को पछाड़ दिया था, तब से भारतीयों की बीच इनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है. वीर महान के यूपी के एक छोटे से कस्बे में पैदा होकर रेसलिंग की दुनिया की सबसे बड़े आयोजन डब्ल्यूडब्ल्यूई तक पहुंचने की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है.
वीर महान का असली नाम रिंकू सिंह राजपूत है और वह उत्तर प्रदेश के संत रविदास नगर जिले के गोपीगंज में पैदा हुए थे. वीर महान के पिता ट्रक चालक हैं. वीर के 9 भाई-बहन हैं. रेसलिंग में नाम कमाने वाले वीर महान ने स्कूल के दिनों में भाला फेंका करते थे. इस खेल में उन्होंने जूनियर लेवल का नेशनल पदक भी जीता है. रिंकू सिंह ने एक शो में 87 मील प्रतिघंटे यानी 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बेस बॉल फेंकी थी. इसके बाद अमेरिका चले गये और अलग-अलग बेसबॉल टीमों में हिस्सा लिया. पीटर्सबर्ग पाइरेट्स के साथ हुआ. 2009 से लेकर 2016 तक कई लीग में हिस्सा लिया.
2018 में पेशेवर रेसलिंग की तरफ ध्यान देना शुरू किया. 2018 में डब्ल्यूडब्ल्यूइ के साथ करार किया. भारतीय खिलाड़ी सौरव गुर्जर के साथ मिलकर 'द इंडस शेर' नाम की टीम बनायी. 2021 में वीर कई कारणों की वजह से टीम से अलग हो गये. उन्होंने स्वतंत्र रेसलर के तौर पर डब्ल्यूडब्ल्यूइ रॉ के साथ करार किया. उन्होंने नाम वीर महान रखा.