Rourkela News: राउरकेला स्पेशल जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद एक विचाराधीन कैदी राजेश कुजूर को मंगलवार रात राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी. राजेश की मौत के बाद उसके परिजनों ने बिरमित्रपुर आबकारी टीम पर गंभीर आरोप लगाये हैं. परिजनों के साथ कांग्रेस नेता अल्बर्ट किंडो, रायबोगा के दलकी की सरपंच सुनीता किंडो और बीजद नेता रश्मि एक्का सूचना पाकर राउरकेला सरकारी अस्पताल पहुंचीं. सबने मामले की जांच की मांग की.
परिजनों ने शव लेने से किया इनकार, नहीं हो सका पोस्टमार्टम
परिजनों ने आरोप लगाया कि राजेश को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हुई है. खबर लिखे जाने तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है, क्योंकि परिजनों ने कार्रवाई नहीं होने तक शव लेने से इनकार कर दिया है. इधर, बीजद नेता रश्मि एक्का ने बताया कि वे गुरुवार को बिरमित्रपुर कार्यालय जाकर इस बारे में बात करेंगी.
मंगलवार सुबह हुई थी गिरफ्तारी, रात में अस्पताल में भर्ती कराया गया
राजेश की पत्नी अमृता कुजूर (37) ने रघुनाथपल्ली थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने बताया कि मंगलवार की सुबह साढ़े पांच बजे रायबोगा थाना अंतर्गत दलकी गांव स्थित उनके घर पर आबकारी की टीम पहुंची. टीम उनके पति राजेश को अपने साथ ले जाने लगी. उस समय आबकारी टीम को बताया कि राजेश की तबीयत खराब है, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया और अपने साथ ले गये. रात 10 बजे मुझे फोन पर पता चला कि राजेश की तबीयत खराब है. मैंने सोचा कि सुबह जाऊंगी. बुधवार सुबह जब राउरकेला सरकारी अस्पताल पहुंची, तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है. उनके शरीर में कई जगहों से खून निकल रहा था. मुझे संदेह है कि शारीरिक रूप से प्रताड़ित किये जाने के कारण उनकी मौत हुई.मतृक के बच्चे छोटे हैं, सरकार सहायता दे
रायगोबा के दलकी की सरपंच सुनीता किंडो ने कहा कि जिस तरह घटना घटी, उससे साफ है कि यह सामान्य नहीं है. राजेश को जब आबकारी की टीम ले जा रही थी, तो पत्नी ने बताया था कि उसकी तबीयत खराब है. लेकिन जबरदस्ती उसे लाया गया. संदेह है कि उनकी पिटाई की गयी है, जिस वजह से उनकी मौत हुई है. राजेश के बच्चे छोटे-छोटे हैं. लिहाजा उन्हें सरकार सहायता दे. घर में पीने के लिए शराब थी, जिसे जब्ती दिखाया गया है.मामले की जांच कर दोषियों पर हो कार्रवाई
बीजद नेता रश्मि एक्का ने कहा कि व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए किसी ने अपने घर में शराब रखा है, तो उसके खिलाफ इस तरह की घटना हो रही है. कई सवालों के जवाब आबकारी अधिकारियों को देने होंगे. अभी त्योहारों का समय है, लोग सेलिब्रेशन के लिए अपने घरों में शराब रखते हैं. ऐसे में इस तरह की घटना खतरनाक है. मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है