Rourkela News: विकास भवन में जिला परिषद के मुख्य विकास अधिकारी सुरंजन साहू की अध्यक्षता में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों एवं समस्त सामुदायिक विकास अधिकारियों के लिए सतत विकास लक्ष्यों पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस शिविर में मुख्य विकास अधिकारी साहू ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों एवं सभी सामुदायिक विकास अधिकारियों को सतत विकास लक्ष्य के 17 लक्ष्यों, 169 संबंधित लक्ष्यों एवं इन लक्ष्यों से संबंधित 311 संकेतकों, सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों से सतत विकास लक्ष्यों में परिवर्तन आदि के बारे में विस्तृत चर्चा की.
75 से 90 अंक के बीच प्राप्त जिले माने जायेंगे अग्रणी
भारत सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यान्वयन विभाग एवं नीति आयोग किस प्रकार विभिन्न विकास परियोजनाओं की स्थिति की निगरानी करते हैं तथा इसके माध्यम से विभिन्न संकेतकों का मूल्यांकन कर विभिन्न राज्यों एवं जिलों का वर्गीकरण किया गया है, जैसे 90 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले जिलों को उपलब्धि प्राप्त करने वाला, 75 से 90 के बीच अंक प्राप्त करने वाले जिलों को अग्रणी, 60 से 75 के बीच अंक प्राप्त करने वाले जिलों को उत्कृष्ट, 40 से 60 के बीच अंक प्राप्त करने वाले जिलों को महत्वाकांक्षी तथा 40 से कम अंक प्राप्त करने वाले जिलों को शुरुआती माना गया है.
विभिन्न जिलों की विकास स्थिति पर चर्चा की
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला योजना कार्यालय के सहायक निदेशक प्रदीप कुमार तिर्की ने नीति आयोग द्वारा प्रकाशित विभिन्न संकेतकों पर ओडिशा के आकलन की तुलना में विभिन्न जिलों की विकास स्थिति पर चर्चा की. इस कार्यक्रम में आकांक्षी प्रखंड के रूप में चिह्नित बालिशंकरा और नुआगांव प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारियों ने कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न आंकड़े एकत्रित करते समय आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की. कार्यक्रम में जिला योजना कार्यालय के उपनिदेशक विभूति रंजन रावल, ओरमास के सहायक कार्यपालक पदाधिकारी केशव झा, जिला योजना कार्यालय और जिला परिषद के कर्मचारी उपस्थित थे.
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