Rourkela News: राउरकेला स्मार्ट सिटी के उदितनगर स्थित स्मार्ट रोड पर शुक्रवार की दोपहर उस समय जाम की स्थिति हो गयी, जब राउरकेला महानगर निगम (आरएमसी) की एक गाड़ी सड़क के किनारे खड़ी कर स्ट्रीट लाइट की मरम्मत का काम शुरू किया गया. इस वजह से एसटीआइ से उदितनगर जाने वाले स्मार्ट रोड पर करीब 500 मीटर तक ट्रैफिक जाम लग गया. करीब 15 मिनट तक लगे इस जाम की वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
वाहन चालकों ने जताया असंतोष, बोले-पहले देनी चाहिए जानकारी
इसी बीच एक वाहन चालक ने आगे आकर आरएमसी के चालक को वाहन हटाने के लिए कहा. कहा कि यदि सड़क को जाम कर मरम्मत कार्य करना है, तो कम से कम साइन बोर्ड तो लगाना चाहिए. इससे वाहन चालकों को परेशानी नहीं होगी. वहीं अन्य वाहन चालकों ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि बिना किसी सूचना के सड़क को इस तरह जाम करना सही नहीं है. वहीं स्थानीय लोगों ने भी इस मामले में नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि इस तरह के काम के लिए पहले से सूचना देना जरूरी है, ताकि लोग अपनी गाड़ियों को दूसरे रूट से निकाल सकें. लोगों का कहना है कि राउरकेला में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत कई काम चल रहे हैं, लेकिन इन कार्यों को करने का तरीका भी स्मार्ट होना चाहिए.
सड़क पर गड्ढे बन रहे दुर्घटनाओं का कारण
राउरकेला को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने के बाद यहां की सड़कों को भी स्मार्ट बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. लेकिन इन सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है या नहीं, इसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है. पावर हाउस रोड समेत अन्य सड़कों की हालत बद से बदतर होती जा रही है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों पर गड्ढे होने से न केवल वाहन चालकों को परेशानी होती है, बल्कि इससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है. इसके बावजूद राउरकेला महानगर निगम की ओर से इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. लोगों ने सवाल किया है कि जब करोड़ों रुपये की राशि खर्च की जा रही है, तो सड़कों की गुणवत्ता को लेकर इतनी लापरवाही क्यों बरती जा रही है?डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

