Bhubaneswar News: 79वां राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस राजधानी भुवनेश्वर के गांधी मार्ग में भव्य रूप से मनाया गया. इस अवसर पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहकर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सम्मिलित परेड की सलामी ली. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल एक प्रतीकात्मक उत्सव नहीं है, बल्कि यह दिन हमें हमारे संघर्षों से प्राप्त स्वतंत्रता की याद दिलाता है. साथ ही यह देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए हर क्षण जागरूक रहने की प्रेरणा देता है.
आतंकवाद के खिलाफ देश की नीति अब और अधिक कठोर और दृढ़
मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश की नीति अब और अधिक कठोर और दृढ़ हो गयी है. 22 अप्रैल को पहलगाम में निर्दोष लोगों की धर्म पूछकर जिस बर्बर तरीके से हत्या की गयी, वह केवल एक सामान्य आतंकी हमला नहीं था, बल्कि भारत की राष्ट्रीयता, संप्रभुता और अखंडता पर एक सीधा हमला था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से इसका उपयुक्त और सशक्त उत्तर दिया. इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री के दृढ़ नेतृत्व की सराहना करते हुए भारतीय सेना की वीरता की भी प्रशंसा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 14 महीनों में ओडिशा एक नयी विकास यात्रा में सहभागी हुआ है. महिलाओं, अन्नदाताओं, गरीबों और युवाओं के सहयोग से सरकार आजीविका, आधारभूत संरचना, सामाजिक विकास, सशक्तीकरण और ओड़िया अस्मिता को प्राथमिकता दे रही है.
कृषि और औद्योगिकीकरण को दिया जा रहा बढ़ावा
कृषि उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए ‘मुख्यमंत्री कृषि उद्योग योजना’ के तहत एक करोड़ रुपये तक की सहायता दी जा रही है. आजीविका का एक और महत्वपूर्ण क्षेत्र है औद्योगीकरण. हमारी सरकार के आगमन के बाद औद्योगिक नीति में आमूलचूल परिवर्तन किया गया है और निवेश के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा गया है. अब तक 17 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव और 13 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित किये गये हैं, जिससे यह पहल पूर्व के सभी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है. प्रमाण के तौर पर बीते छह-सात महीनों में ओडिशा में 60 से अधिक उद्योगों की स्थापना हुई है, जिसमें 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपये से अधिक का पूंजी निवेश हुआ है और एक लाख से अधिक रोजगार के अवसर सुनिश्चित किये गये हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्यवासियों की आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने में पूरी तरह सफल रही है. उन्होंने बताया कि संगठित अपराध पर नियंत्रण के लिए एक अलग कानून लाया जायेगा और भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनायी जायेगी.ओडिशा 2036 तक देश की पांच शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की ओर अग्रसर
आगामी दशक के लिए सरकार की दृष्टिकोण रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा वर्ष 2036 तक भारत की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की दिशा में अग्रसर है. राज्य को एक प्रमुख औषधि उत्पादन केंद्र और सेमीकंडक्टर निर्माण हब के रूप में विकसित किया जायेगा, जिससे 3.5 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे. मुख्यमंत्री ने बताया कि महिलाओं के विरुद्ध अपराधों के प्रति सरकार पूरी तरह से शून्य सहनशीलता की नीति अपना रही है. सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में शीघ्र शिकायत समाधान प्रणाली को तेजी से लागू की जा रही है. छात्राओं को एक सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए शक्तिश्री कार्यक्रम लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. रोजगार क्षेत्र में प्रारंभिक 65,000 पदों की भर्ती का लक्ष्य पार कर अब दो वर्षों के भीतर 85,000 सरकारी पदों को भरने की दिशा में सरकार काम कर रही है.वोकल फॉर लोकल को समर्थन देने का आह्वान
मुख्यमंत्री माझी ने वोकल फॉर लोकल को समर्थन देने के उद्देश्य से ओडिशावासियों से सप्ताह में कम से कम एक दिन हस्तनिर्मित वस्त्र पहनने का आग्रह किया. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार भगवान जगन्नाथ की धरती को एक विश्वस्तरीय धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थल में बदलने तथा पुरी को एक महानगर निगम में परिवर्तित करने के लिए प्रतिबद्ध है. कर्तव्य पालन के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले सुरक्षाकर्मियों को सम्मानित करने के उद्देश्य से एक पुलिस स्मारक की घोषणा की गयी है, जो उनके बलिदान और त्याग का एक उत्कृष्ट प्रतीक होगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, आधारभूत संरचना, पर्यावरण, विरासत और संस्कृति जैसे सभी क्षेत्रों पर ध्यान देते हुए ओडिशा राज्य के गठन की शताब्दी वर्ष 2036 को लक्ष्य में रखकर विकास के लिए सरकार ने 36 अलग-अलग विशेष कार्यक्रम तैयार किये हैं. पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर राज्यभर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम के तहत 75 लाख पेड़ लगाये जायेंगे.परेड में 50 प्लाटूनों ने लिया हिस्सा
गांधी मार्ग पर आयोजित परेड में 50 प्लाटूनों ने भाग लिया. इन प्लाटूनों में 120 बटालियन, सीमा सुरक्षा बल, सीआरपीएफ, आइटीबीपी, एसओजी चंदका, आंध्र प्रदेश सशस्त्र पुलिस बल, भुवनेश्वर स्थित विभिन्न स्कूलों के एनसीसी, स्काउट एंड गाइड्स, रेडक्रॉस आदि शामिल थे. भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी अनन्या अवस्थी ने परेड का संचालन किया. समारोह में अन्य विशिष्ट अतिथियों में मुख्य सचिव मनोज आहूजा, विकास आयुक्त अनु गर्ग, पुलिस महानिदेशक वाइबी खुरानिया, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्यव्रत साहू, हेमंत शर्मा सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव, वरिष्ठ अधिकारीगण, गणमान्य व्यक्ति और बड़ी संख्या में आम जनता उपस्थित थी. 26 जनवरी 2025 को आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाली प्लाटूनों में से श्रेष्ठ घोषित की गयी टीमों को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

