Rourkela News: शहर में शुक्रवार की सुबह से लेकर शनिवार दोपहर तक करीब 30 घंटों की झमाझम बारिश ने स्मार्ट सिटी को पानी-पानी कर दिया. सड़कों से लेकर सरकारी स्कूलों व कार्यालयों के आसपास पानी जमा हो गया. इस वजह से कार्यालय से लेकर स्कूल आनेवाले अधिकारियों, कर्मचारियों व स्कूली छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ा. इस बारिश ने यह जता दिया कि शहर अभी बारिश के पानी के प्रबंधन के मामले में स्मार्ट नहीं बन पाया है.
सड़कों पर जल जमाव से आवागमन में हुई परेशानी
जानकारी के अनुसार शहर में शुक्रवार की सुबह नौ बजे से बारिश शुरू हुई. रातभर कभी हल्की तो कभी झमाझम बारिश का दौर जारी रहा. शनिवार की सुबह भी रिमझिम से लेकर हल्की बारिश का दौर जारी रहा. हालांकि दोपहर दो बजे के बाद बारिश का दौर धीरे-धीरे थमा तथा आसमान साफ हुआ लेकिन इन 30 घंटों की बारिश ने राउरकेला स्टील सिटी का हुलिया बिगाड़ कर रख दिया. कई सेक्टरों में जल जमाव तथा घरों में पानी घुसने से लोग परेशान रहे. वहीं सड़कों पर जल जमाव के कारण आवागमन में हो रही परेशानी लोगों के चेहरे पर साफ देखी जा रही थी. यह पहली बार नहीं है कि लगातार बारिश से शहर का ऐसा हाल हुआ हो. लेकिन इसके प्रति अभी तक नगर नगर निगम के पास इसका कोई समाधान नहीं है.
झारसुगुड़ा. आंगनबाड़ी केंद्रों में घुसा पानी, कई कच्चे मकान ध्वस्त, पेड़ गिरे
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण झारसुगुड़ा जिले में गुरुवार शाम से रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश के कारण जिले में कई जगहों पर कच्चे मकान ध्वस्त हो गये हैं, तो कुछ स्थानों पर पेड़ गिर गये हैं. कई इलाकों में सड़कों पर जलजमाव के कारण आवागमन बाधत हुआ है. झारसुगुड़ा शहर के तलपटिया इलाके में पेड़ गिर गये, जिससे कुछ देर के लिए यातायात बाधित रहा. वहीं पंचपाड़ा और मालीमुंडा इलाकों में भी घर ढह गये हैं. इस बीच, भारी बारिश के कारण शहर के कई आंगनबाड़ी केंद्रों में भी जलजमाव हो गया है. लैयकरा ब्लॉक में 103.2 मिमी, झारसुगुड़ा ब्लॉक में 11.4 मिमी, कोलाबीरा ब्लॉक में 46.2 मिमी और लखनपुर ब्लॉक में 60.2 मिमी वर्षा दर्ज की गयी.संबलपुर : हीराकुद बांध के और चार गेट खोले गये
महानदी के ऊपरी मुहाने पर भारी बारिश के कारण हीराकुद जलभंडार का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जल संग्रहण क्षमता को ध्यान में रखते हुए शनिवार दोपहर चार और गेट खोल दिये गये हैं. हीराकुद जलभंडार के चार द्वार शनिवार सुबह 10 बजे खोले गये. जलभंडार प्राधिकरण ने कहा है कि ऊपरी इलाकों से आने वाले बाढ़ के पानी और जलाशय की क्षमता को ध्यान में रखते हुए पानी छोड़ा गया है. जलाशय के बाईं ओर से तीन और दाईं ओर से पांच द्वार खोले गये हैं. बताया जा रहा है कि इन द्वारों के माध्यम से हीराकुद से पानी की निकासी की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

