Rourkela News: छेंड के वीएसएस मार्केट की सब्जी मंडी में रविवार को टमाटर 80 रुपये किलो के भाव से बिका. महज दो दिन पहले इसकी दरें अलग-अलग बाजारों में 60 रुपये थी, लेकिन एकमुश्त 20 रुपये की बढ़ोतरी रविवार को देखी गयी. इसी तरह हरी सब्जियों की दर में भी बढ़ोतरी देखी गयी है.
आधा किलो या पाव भर खरीदकर काम चला रहे लोग
बसंती कॉलोनी में सब्जी की दुकान चलानेवाले निरंजन बताते हैं कि अमूमन राउरकेला में बारिश के मौसम में सब्जियों की दरों में बढ़ोतरी होती है. इसके अलावा पर्व-त्योहार नजदीक होने पर भी इसमें बढ़ोतरी देखी जाती है. सब्जियों की खपत सावन-भादो और कार्तिक के महीने में काफी बढ़ जाती है, जिससे दरों में बढ़ोतरी देखी जाती है. वहीं मांग के अनुरूप उत्पादन भी थोड़ा कम हो रहा है. नतीजतन इसका असर कीमतों पर पड़ा है. दाम में बढ़ोत्तरी के कारण शहर के लोग आधा किलो या पाव भर सब्जियां खरीदकर काम चला रहे हैं.
झारखंड, छत्तीसगढ़ और बंगाल पर निर्भर हैं शहर के व्यापारी
शहर के बाजारों में स्थानीय उत्पादों के अलावा झारखंड, छत्तीसगढ़, बंगाल तथा कर्नाटक तक से सब्जियों की आपूर्ति की जाती है. सब्जियों के उत्पादन में पूरी तरह से निर्भरता नहीं होने के कारण भी दरों पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं रहता है. वहीं पिछले महीने खेतों में पानी भर जाने के कारण सब्जियों की खेती को नुकसान पहुंचा था. अब पिछले कुछ दिनों से लगातार धूप हो रही है, यह भी सब्जियों की उत्पादकता प्रभावित कर रही है. मौसम की अनिश्चितता के कारण जिले में सब्जियों का उत्पादन घटा है. इससे कीमतें अचानक बढ़ गयी हैं.
हरी सब्जियों की दर
टमाटर-80 रुपये किलो, परवल-60 रुपये किलो, खेख्सा-160 रुपये किलो, बैगन-40 रुपये किलो, भिंडी-50 रुपये किलो, फूलगोभी-60 रुपये किलो, कुंदरु-40 रुपये किलो, करेला-60 रुपये किलो, गाजर-40 रुपये किलो, बंधगोभी-40 रुपये किलो, शिमला मिर्च-80 रुपये किलो, तोरई-80 रुपये किलो, लौकी-30 रुपये पीस.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

