Jharsuguda News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा के झारसुगुड़ा में ‘नमो युवा समावेश’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश के गरीबों को भी नहीं बख्शा और दो लाख रुपये की सालाना आय वालों पर भी टैक्स लगाया था. पीएम ने कहा कि भाजपा सरकार ने यह सीमा 12 लाख रुपये से ऊपर कर दी है ताकि मध्यम और निम्न वर्ग को राहत मिल सके. पीएम ने कांग्रेस शासित राज्यों पर जीएसटी और सीमेंट की कीमतों में केंद्र द्वारा दी गयी राहत को जनता तक न पहुंचाने का भी आरोप लगाया.
डबल इंजन सरकार से ओडिशा में तेजी से हो रहा विकास
पीएम ने कहा कि ‘डबल इंजन सरकार’ के चलते ओडिशा तेजी से विकास कर रहा है. उन्होंने ‘चिप से शिप तक’ आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराते हुए बताया कि ओडिशा में दो सेमीकंडक्टर इकाइयों को मंजूरी दी गई है. उन्होंने ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत की भी सराहना की. इससे पहले उन्होंने ब्रह्मपुर-उधना अमृत भारत ट्रेन की शुरुआत भी की और कहा कि यह ट्रेन गुजरात में बसे ओडिया समुदाय के लिए बड़ी सौगात है. पीएम ने झारसुगुड़ा से ₹50,000 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इनमें बीएसएनएल नेटवर्क, सेमीकंडक्टर इकाइयां, रेल लाइनों का उद्घाटनशामिल हैं.
आठ आइआइटी का विस्तार
प्रधानमंत्री ने आठ आइआइटी के विस्तार की आधारशिला रखी. इस कदम से अगले चार वर्षों में लगभग 10,000 नये छात्र आइआइटी में पढ़ाई का अवसर प्राप्त कर सकेंगे. यह पहल राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षा को नयी ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
बीएसएनएल के स्वदेशी 4जी नेटवर्क की शुरुआत की
बीएसएनएल की रजत जयंती के अवसर पर पीएम ने स्वदेशी 4जी तकनीकी से लैस 97,500 से अधिक मोबाइल टावरों का भी उद्घाटन किया, जिनमें से 92,600 टावर इसी टेलीकॉम सेवा प्रदाता के हैं. यह पहल ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन के तहत है और इसे भविष्य में 5जी में बदला जा सकेगा. इस सेवा से ओडिशा के 2,472 गांवों समेत देश के कुल 26,700 दूरदराज इलाकों में 4जी सेवा को पहुंचाया जायेगा. सभी टावर सौर ऊर्जा से संचालित होंगे, जिससे यह भारत का सबसे बड़ा हरित दूरसंचार नेटवर्क बनेगा. स्वदेशी 4जी नेटवर्क का उद्घाटन कर पीएम ने कहा कि भारत अब दुनिया के उन पांच देशों में शामिल है जिनके पास 4जी दूरसंचार सेवाएं शुरू करने की स्वदेशी तकनीक है. संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि अभी तक डेनमार्क, स्वीडन, चीन और दक्षिण कोरिया ही स्वयं दूरसंचार उपकरण बनाते थे. अब भारत का भी नाम इस सूची में शामिल हो गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

