Rourkela News: झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) सुंदरगढ़ जिला कमेटी की बैठक शुक्रवार को पानपोष स्थित एक होटल में हुई. इसकी अध्यक्षता पार्टी की केंद्रीय कमेटी सदस्य लता तिर्की ने की. मुख्य अतिथि के तौर पर झामुमो की ओडिशा प्रदेश कमेटी की अध्यक्ष अंजनी सोरेन ने इसमें हिस्सा लिया.
राज्य के मुख्यमंत्री आदिवासी, फिर भी लोगों पर हो रहा अत्याचार
मुख्य अतिथि सोरेन ने कहा कि देश की राष्ट्रपति आदिवासी हैं, राज्य के मुख्यमंत्री भी आदिवासी हैं. लेकिन देश से लेकर राज्य स्तर पर आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है. यहां तक कि उनके संवैधानिक अधिकारों की भी रक्षा नहीं हाे पा रही है. उन्होंने बंडामुंडा के बरकानी में रेल लाइन निर्माण के दौरान अपनी न्यायिक मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे लोगों पर पुलिस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की. साथ ही उन्होंने इस घटना में बेकसूर लोगों पर दर्ज किया गया मामला वापस लेने की मांग सरकार से की. उन्होंने अपने पिता दिशोम गुरु शिबू साेरेन के संघर्षों का जिक्र करते हुए कहा कि वे सदैव झारखंड आंदोलन से जुड़े रहे तथा आंदोलन में सक्रियता के कारण परिवार से भी दूरी बनाकर रखी थी. इस दौरान हमारे परिवार ने काफी कष्ट सहा.
सुंदरगढ़ जिला की पूर्णांग कमेटी का गठन जल्द
प्रदेश अध्यक्ष अंजनी सोरेन ने कहा कि झामुमो माटी की पार्टी है. झामुमो ही आदिवासियों के जल, जंगल व जमीन की रक्षा करने की लड़ाई लड़ सकती है. उन्होंने कहा कि यदि अपना हक पाना है, तो लड़ाई भी करनी होगी. इस अवसर पर अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये. वहीं सुंदरगढ़ जिला कमेटी की पूर्णांग कमेटी का गठन भी जल्द करने की जानकारी दी गयी. इस अवसर पर लेथा तिर्की, अमित शर्मा, पातरस एक्का, पवन सिंह, कृष्ण दास, असदाक आलम, सलियेंद्र हेंब्रम, दिवाकर सोरेन, साजिद टोप्पो, कान्हू मंडल, रंजीत कच्छप, बंधना टोप्पो, डिबरी महतो, समीर, असलम, अशोक महतो समेत अन्य नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है