Rourkela News: बिरसा मुंडा एक देशभक्त के रूप में भारत के इतिहास में अमर हैं. ब्रिटिश शासन के दौरान बिरसा मुंडा ने बिहार और झारखंड क्षेत्रों के सेनानियों को एक विशाल क्रांति में एकजुट किया और देश के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक विशेष अध्याय जोड़ा. राउरकेला के सेक्टर-13 प्रतिमा मिलन मैदान में शनिवार को वीर बिरसा मुंडा की राज्यस्तरीय 150वीं जयंती और राष्ट्रीय जनताजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने यह बातें कही. उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की.
1954 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राउरकेला में सुंदरगढ़ जिले के लिए 1345 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और 609 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. वहीं मुख्यमंत्री ने राउरकेला शहर में हनुमान बाटिका चौक से पावर हाउस चौक तक की सड़क का नाम भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर नामित किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर बिरसा ने अपनी किशोरावस्था से ही औपनिवेशिक शोषण के खिलाफ जन प्रतिरोध का नेतृत्व किया था. वे ब्रिटिश शासन और स्थानीय जमींदारों के शोषण और उत्पीड़न के खिलाफ तथा वंचित लोगों के सामाजिक और आर्थिक अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे. बिरसा मुंडा के विद्रोह ने झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश तक फैले एक विशाल आदिवासी आंदोलन का रूप ले लिया.
आदिवासी समुदाय को समाज की मुख्यधारा में लाने का हो रहा प्रयास
मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक प्रयासों से आज महान आदिवासी नायक भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पूरे देश में आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनायी जा रही है. यह पर्व भगवान बिरसा मुंडा के शौर्य, बलिदान और साहस को समर्पित है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नीति सबका साथ, सबका विकास, सबका विकास और सबका सम्मान है. प्रधानमंत्री ने आदिवासी समुदाय के सशक्तीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं. प्रधानमंत्री जनमन योजना, धरती आबा जनभागीदारी अभियान, आदि कर्मयोगी अभियान जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आदिवासी समुदाय को समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है.विभिन्न योजनाओं से आदिवासी परिवारों को बनाया जा रहा सशक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासी समुदाय के समग्र विकास के लिए कई कदम उठाये हैं. वन भूमि अधिकार प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री आदिवासी आजीविका मिशन के माध्यम से आदिवासी परिवारों को आजीविका सहायता प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाया जा रहा है. आदिवासी छात्रों की स्कूल छोड़ने की दर को रोकने के लिए शहीद माधोसिंह हाथ खर्च योजना के तहत वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है, उन्होंने कहा कि मोदीजी के नेतृत्व में आदिवासी सशक्तीकरण का सबसे बड़ा उदाहरण देश के महान राष्ट्रपति और वे स्वयं हैं. इस कार्यक्रम में ओडिशा विधानसभा के उपाध्यक्ष भवानी शंकर भोई, राउरकेला विधायक शारदा प्रसाद नायक, रघुनाथपाली विधायक दुर्गा चरण तांती उपस्थित थे. अनुसूचित जनजाति एवं जाति विकास विभाग के आयुक्त एवं प्रशासनिक सचिव बी दीन ने स्वागत भाषण दिया. सुंदरगढ़ के जिलापाल डॉ. शुभंकर महापात्र, राउरकेला महानगर निगम आयुक्त दीना दस्तगीर, डीआइजी ब्रिजेश कुमार राय. एसपी नितेश वाधवानी आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

