Rourkela News: मजदूर संगठन सीटू ने गुरुवार को बणई में पांच सूत्री मांगों और श्रम कानूनों में बदलाव की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इन मांगों में श्रम अधिनियम की धारा 51 और 54 के तहत फैक्ट्री अधिनियम में बदलाव किये बिना 10 घंटे के बजाय आठ घंटे दैनिक कार्य समय बनाये रखना, श्रम अधिनियम के कार्य समय में बदलाव के लिए सभी ट्रेड यूनियनों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता करना और ओवरटाइम के लिए ज्यादा भुगतान करना, महिलाओं को रात में काम करने से रोकना, कोइड़ा जीवीआरए की खदानों में अस्थायी मजदूरों को तुरंत काम पर रखना, महिलाओं का उत्पीड़न बंद करना, बणई को एनएसी और खुंटगांव को ब्लॉक घोषित करना शामिल हैं.
उपजिलापाल कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन
विधायक लक्ष्मण मुंडा के नेतृत्व में 5,000 से ज्यादा मजदूरों ने उपजिलापाल कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया. सभी स्थानीय खनन परियोजना श्रमिक सैकड़ों की संख्या में वर्दी पहनकर शामिल हुए. हाथों में झंडे, बैनर और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया. सीटू के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. इस अवसर पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामचंद्र बिस्वाल की उपस्थिति में हुई वार्ता में उपजिपाला अक्षय पिल्लई ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि स्थानीय समस्याओं और मांगों पर विचार किया जायेगा.
देवगांव स्थित बाबा बाणेश्वर मंदिर के सामने से जुलूस निकाला
इससे पहले बणई के देवगांव स्थित बाबा बाणेश्वर मंदिर के सामने से जुलूस निकाला गया और राज्य सरकार की मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ विभिन्न नारे लगाते हुए उपजिपाला कार्यालय के सामने गेट पर पहुंचे. गेट के सामने विधायक लक्ष्मण मुंडा, जिला सचिव प्रमोद सामल व अन्य नेताओं ने श्रम नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इसे तत्काल वापस लेने की मांग की. विधायक ने कहा है कि अगर उनकी मांगों को पूरा करने का लिखित वादा नहीं मिलता है, तो आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन तेज किया जायेगा.
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