Bhubaneswar News: विधानसभा के मॉनसून सत्र के चौथे दिन सोमवार को पंचायतीराज व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों की शक्तियां संकुचित किये जाने के मुद्दे को लेकर मुख्य विपक्षी दल बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक भारी हंगामा और नारेबाजी करते नजर आये. इसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई. वहीं प्रश्नकाल और शून्यकाल का कार्यक्रम नहीं हो सका. हंगामे के कारण अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने विधानसभा की कार्यवाही अपराह्न 4:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
शुक्रवार और शनिवार को भी नहीं चल सकी थी कार्यवाही
विधानसभा का सत्र सुबह 10:30 बजे प्रश्नकाल से शुरू हुआ. बड़साही विधायक सनातन बिजुली के प्रश्न का उत्तर देने के लिए मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन वक्तव्य पढ़ना शुरू ही किये थे कि बीजद विधायक हंगामा करते हुए अध्यक्ष की अपील को अनसुना कर बार-बार सदन के बीच आकर नारेबाजी करने लगे. उल्लेखनीय है कि शुक्रवार और शनिवार को बीजद विधायकों ने किसानों की समस्या और खाद संकट को लेकर हंगामा किया था, जिससे सदन में कोई कामकाज नहीं हो पाया था. सोमवार को उन्होंने पंचायतीराज व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों की शक्तियों को कम करने और नौकरशाही को अधिक अधिकार देने के खिलाफ नारेबाजी की. बीजद विधायकों ने बैनर और तख्तियां लेकर सरकार पर पंचायतीराज व्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
कांग्रेस ने भाजपा-बीजद में मिलीभगत का लगाया आरोप
इधर, कांग्रेस विधायक अपने स्थान पर खड़े होकर ‘भाजपा-बीजद भाई-भाई’ लिखी तख्तियां लहराते रहे. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि दोनों दल मिलीभगत कर अविश्वास प्रस्ताव तक नहीं ला रहे. लगातार शोरगुल के बीच अध्यक्ष ने कई बार व्यवस्था बनाये रखने और प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध किया, लेकिन हंगामा जारी रहने पर अंततः 10.47 बजे से सदन की कार्यवाही शाम 4:00 बजे तक स्थगित करनी पड़ी. इसके चलते आज प्रश्नकाल, शून्यकाल और अन्य निर्धारित कार्यक्रम नहीं हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

