Rourkela News: बिरजापल्ली में गुरुवार को मालगाड़ी से चावल चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार सागर प्रधान शुक्रवार को आरपीएफ की गिरफ्त से फरार हो गया. सागर की तबीयत खराब होने के कारण उसे राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) में भर्ती कराया गया था.
आरपीएफ की टीम लगातार कर रहे छापेमारी
राउरकेला सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान सागर पर नजर रखने के लिए आरपीएफ के दो कर्मचारी सुरक्षा में तैनात थे. टॉयलेट जाने का बहाना बनाकर सागर खिड़की से निकल कर फरार हो गया. घटना का पता चलने के बाद आरपीएफ के शीर्ष अधिकारियों ने ड्यूटी पर तैनात दोनों आरपीएफ कर्मियों अमरजीत कुमार और अबलेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है. वहीं आगे की जांच चल रही है. आरपीएफ अधिकारियों का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए टीम बनायी गयी है, जो लगातार छापेमारी कर रही है. हालांकि खबर लिखे जाने तक आरोपी पकड़ में नही आया था.
बिरजापल्ली में चार बोरी चावल के साथ किया गया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि गुरुवार को राउरकेला स्टेशन मैनेजर ने आरपीएफ को सूचना दी थी कि राउरकेला-पानपोष रेलवे स्टेशन के बीच चावल लदी मालगाड़ी से चावल की चोरी हुई है. जिसके बाद मौके पर पहुंची आरपीएफ की टीम ने सिर पर लादकर चावल ले जा रहे सागर को दबोच लिया था. वहीं बाकी के तीन बोरी चावल रेल पटरी के किनारे पड़े मिले थे. जिसे बरामद कर लिया गया. बरामद चावल की कीमत करीब 6000 रुपये बतायी जा रही है. इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया था.
आरजीएच से गबन का आरोपी भागीरथी साहू 12 लाख की राशि लौटायेगा
राउरकेला के सरकारी अस्पताल (आरजीएच) से 12 लाख रुपये का गबन करके फरार हुए भागीरथी साहू को हाइकोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गयी है. अदालत ने 20 नवंबर तक उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है और पुलिस को 20 नवंबर तक केस डायरी और जांच रिपोर्ट अदालत में जमा करने का निर्देश दिया है. वहीं भागीरथी साहू ने सारा पैसा लौटाने का बयान दर्ज कराया है. जानकारी के अनुसार, भागीरथी साहू आरजीएच में एक अस्थायी कर्मचारी था और केबिन के मरीजों से केबिन के बाबत निर्धारित शुल्क वसूलने का काम करता था. आरोप है कि उसने एकत्र की गयी राशि आरजीएच के बैंक खाते में जमा नहीं किया और खुद इस्तेमाल किया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी, लेकिन भागीरथी साहू गिरफ्तारी के डर से फरार हो गया था. बाद में उसे हाइकोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गयी. वहीं आरजीएच के अधिकारियों ने उसे नौकरी से निकाल दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

