Rourkela News: राउरकेला पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को एसपीजी और एनएसजी कमांडो बताकर लोगों से ठगी करता था. आरोपी का नाम बेगोड़ा सुधीर है और वह विशाखापत्तनम का निवासी है. उसका ठाट-बाट देखकर एकबारगी पुलिस भी चौंक गयी. रहने के लिए उसने शहर के सबसे महंगे मैफेयर होटल में अपने लिए कमरा बुक किया था. ठगी के इस बिल्कुल नये तरीके से राउरकेला पुलिस पहली बार दो-चार हुई. उसके कारनामों की तफ्तीश चल रही है.
अच्छी अंग्रेजी बोलकर लोगों को लेता था झांसे में
सुधीर खुद को एनएसजी और एसपीजी का कमांडों बताकर होटल मैफेयर पहुंचा था. राष्ट्रपति का दौरा होने के कारण सर्वे के लिए आने की बात कहकर उसने कमरा बुक कराया. वहीं पेमेंट के लिए उसने एक फर्जी स्क्रीनशॉट कर्मचारियों को दिखाया. लेकिन होटल के खाते में रकम जमा नहीं होने पर कर्मचारियों को संदेह हुआ, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस भी एकबारगी उसके स्टाइल को देखकर दंग रह गयी. जांच के बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पता चला कि वह बड़े-बड़े शोरूम में जाकर इसी तरह फर्जी स्क्रीनशॉट दिखाकर महंगे सामान खरीद लेता था. उसने कई राज्यों में इस तरह की ठगी को अंजाम दिया है. उसकी बातों से लोग प्रभावित होकर उसपर भरोसा कर लेते थे, जिसका फायदा उठाकर वह ठगी को अंजाम देता था. उसके पास से कई सामान आदि भी बरामद किये गये हैं. पुलिस उसके आगे की जांच कर रही है.
राउरकेला से पहले टाटा और रांची में भी गुल खिला चुका है आरोपी
डीएसपी अमरेंद्र षंढ़ ने बताया कि आरोपी सुधीर ने प्लस-2 तक पढ़ाई की है. वह खुद को एसपीजी कमांडर बताता था और स्पेशल काम लेकर आने की बात कहता है. वह ट्रेन में आना जाना करता था और कुछ टीटीइ को भी यात्रा के दौरान चूना लगा चुका है. एसपीजी से जुड़ा कोई दस्तावेज उसके पास नहीं है. सोमवार को सुधीर ने छेंड स्थित होटल मैफेयर विलेज में चेक इन किया था, बाहर घूमने जाने के लिए एक ट्रैवल एजेंसी में बुकिंग कर रहा था. इससे पहले रांची और टाटा के होटल में भी वह रह चुका है. वहां की पुलिस ने लाइव लोकेशन ट्रैक कर उसके बारे में राउरकेला पुलिस से संपर्क किया था. इसके लिए एक स्पेशल स्कवाड को कार्रवाई के लिए भेजा गया था. लोकेशन ट्रैक करने के बाद उसे पकड़ा गया. कार्रवाई के बाद उसके पास से ब्रांडेड चीजों का शौकीन है. उसके पास से शर्ट, आई ग्लास, आई पॉड समेत एसपीजी का जूता और कपड़ा भी मिला.
सुधीर ने बताया खुद को निर्दोश
आरोपी सुधीर ने खुद को निर्दोश बताते हुए कहा कि हम तो स्टूडेंट है. हम ऐसा नहीं करते हैं. हमारे पास दूसरे लग्जरी में रहनेवाले लोग भी रहते हैं. जिसे देखकर हमने ऐसा किया. हमारा फैट और हाइट देखकर कोई कैसे हमें एसपीजी कहेगा. कोई आइडी कार्ड तो होना चाहिए ना. बगैर आइडी कार्ड के कैसे कोई खुद को एसपीजी या एनएसजी कमांडो बतायेगा. हम होटल में आधार कार्ड देकर स्टे किये थे. आधार कार्ड के बगैर कोई होटल थोड़ी न स्टे करने देगा. यूपीआइ से कैसे फ्रॉड होगा, फ्रॉड हमने नहीं किया है. मेरे पास पैसा नहीं था, तो हम पे नहीं कर पाये, बस इतना ही गलती है.
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