Rourkela News: स्मार्ट सिटी के पानपोष में सरकारी स्वायत्त कॉलेज ने अपना 65वां स्थापना दिवस मनाया. कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सस्मिता सामल की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि एनआइटी राउरकेला के रजिस्ट्रार प्रो रोहन धीमान ने छात्रों को 15 अगस्त, 1961 को स्थापित तत्कालीन राउरकेला मैकेनिकल कॉलेज और वर्तमान एनआइटी और उसी वर्ष 16 अगस्त को स्थापित सरकारी स्वायत्त कॉलेज के बीच कई समानताओं के बारे में जानकारी दी.
उत्कृष्टता प्राप्त करने में कृत्रिम बुद्धिमता और चैटबॉट उपयोगी
प्रो डॉ धीमान ने छात्रों से अपने पाठ्यक्रमों में उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता के साथ, विशेष रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता और चैटबॉट के व्यापक उपयोग के युग में, अपनी आवश्यकताओं और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का आह्वान किया. इस अवसर पर, सड़क और भवन विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता इंजीनियर आलोक कुमार नायक ने बतौर अतिथि छात्रों को अपने लक्ष्य और उद्देश्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने की सलाह दी. डॉ सामल ने पिछले 64 वर्षों में कॉलेज की लंबी यात्रा का अवलोकन किया और संस्थान की प्रतिष्ठा बढ़ाने और बनाये रखने में छात्रों और संकाय सदस्यों के प्रयासों की सराहना की.
विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया
कार्यक्रम में कॉलेज के प्रशासनिक प्रमुख और सहायक प्रोफेसर प्रशांत कुमार सेठी और सड़क और भवन विभाग के कार्यकारी अभियंता संदीप कुमार शतपथी उपस्थित थे. प्रोफेसर ममता बाखला ने बैठक का संचालन किया. प्रोफेसर नमिता स्वांई ने अतिथियों का परिचय कराया और सहायक प्रोफेसर डॉ स्मृतिनिधा मिश्रा ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया. सहायक प्रोफेसर महेंद्र तनय टुडू और डॉ प्रताप कुमार स्वांई, धीरेन कुमार महंत के साथ सहायक प्रोफेसर रामेश्वरी भोई और मनीषा नायक का मुख्य योगदान था. कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के संकाय सदस्यों, छात्रों और कर्मचारियों ने भाग लिया. इस अवसर पर छात्रों द्वारा एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया.
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