पंड्राशाली पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार
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गलतफहमी में साथियों ने ही की सागर की हत्या
पंड्राशाली पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार चाईबासा : पंड्राशाली पुलिस चौकी अंतर्गत चिरु क्षेत्र में रोरो ब्रिज के पास तांतनगर निवासी सागर कुंकल की पत्थर से कूच कर हत्या मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया कि अपने साला मंगल […]
चाईबासा : पंड्राशाली पुलिस चौकी अंतर्गत चिरु क्षेत्र में रोरो ब्रिज के पास तांतनगर निवासी सागर कुंकल की पत्थर से कूच कर हत्या मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया कि अपने साला मंगल लागुरी की हत्या की सुपारी लेने वाले सागर को अंधेरे में मंगल समझकर उसके साथियों ने डंडे व पत्थर से कूच कर मारा डाला.
इस मामले में तांतनगर के मंजूरा बोदरा उर्फ रोमेश उर्फ नेगरा, रूईडीह पंड्राशाली के विक्रम बेसरा, झींकपानी के अमृत अल्डा उर्फ विक्की और झींकपानी के रोयाराम मुंडा उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया गया है. मंजूरा के पास से मृतक का मोबाइल जब्त किया गया है. वहीं हत्या की सुपारी देने वाला शीतल लागुरी फरार है.
मंगल को दस लाख का लालच देकर घटनास्थल पर लाया था
मंगल को घटनास्थल पर लाने के लिए दस लाख का लालच दिया गया था. अपराधियों ने बताया था कि किसी की हत्या करनी है. आठ तारीख को चिरु में रहने वाला व्यक्ति उन्हें पांच लाख रुपये देगा.
बीच रास्ते में लघुशंका करने के बाद सागर की जगह मंगल ने चालक की सीट संभाल ली थी. इसके कारण पूरा मामला बिगड़ गया.
मंगल के थाने पहुंचने पर हुआ मामले का खुलासा
घटना के बाद शिकायत लेकर मंगल पंड्राशाली थाने पहुंचा था. उसके द्वारा घटनास्थल व दिन बताये जाने पर मामले का खुलासा होता गया. हालांकि पहले पुलिस अपराधी होने के कारण मंगल को ही गुनहगार समझ रही थी.
सागर कुंकल की पत्थर से कूच कर हत्या का मामला
मंजूरा को देखने के कारण बची मंगल की जान
डीएसपी ने बताया कि योजना के तहत आठ जुलाई की रात घटनास्थल पर मंगल को बाइक पर बैठाकर सागर को लाना था. वहां मंगल को छोड़कर बहाने से आगे निकलना था. ताकि वहां घात लगाये बैठे मंजूरा उसकी हत्या कर सके. किसी कारणवश मंगल बाइक चला रहा था. वह सागर को छोड़कर आगे निकल गया. इसकी जानकारी मंजूरा को देने सागर नदी तरफ जा रहा था. कद काठी में सागर मंगल के समान होने के कारण अंधेरे में मंजूरा ने मंगल समझ कर सागर की हत्या कर दी. लाश ठिकाने लगाने के दौरान मंजूरा को पता चला कि उसे भूलवश सागर की हत्या कर दी.
इसके बाद भी वह मंगल की हत्या की तैयारी में था. वहां पहुंचने पर मंगल ने झाड़ियों में छिपे मंजूरा को देख लिया और वहां से बाइक लेकर भागने लगा. इस क्रम में उसके पीछे बैठा विक्रम बाइक से कूद गया. प्रेस वार्ता में मुफ्फसिल थाना प्रभारी दिगविजय सिंह, पंड्राशाली पुलिस चौकी प्रभारी नितिन सिंह आदि उपस्थित थे.
जमीन विवाद में चचेरे भाई ने दी थी हत्या की सुपारी
टोंटो थाना के बायहातु निवासी मंगल का चचेरे भाई शीतल लागुरी के साथ पैतृक जमीन विवाद चल रहा था. मंगल व उसका भाई अपराधी है. मंगल को रास्ते से हटाने के लिए शीतल ने एक लाख रुपये की सुपारी झींकपानी के अमृत आल्डा को दी. अमृत ने रोयराम मुंडा को इसकी जानकारी दी. इसके बाद रोया ने मंजूरा को इसके लिए तय किया था. मंजूर ने इसमें अपने साथी विक्रम को भी शामिल कर लिया. उन्होंने मंगल के जीजा सागर को इसके लिये तैयार किया.
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