चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन परिसर में 9 मई को बेगूसराय निवासी रेल ठेकेदार बलराम सिंह की हत्या किये जाने के मामले में अभियुक्त गार्दी सोय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
चक्रधरपुर थाना परिसर में गुरुवार को एएसपी पीयूष पांडेय व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय केरकेट्टा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गार्दी सोय को पांड्राशाली से गिरफ्तार किया गया है. बलराम सिंह हत्याकांड में गार्दी की अहम भूमिका है. रेलवे ठेकेदार बलराम सिंह हत्याकांड में मनोज सरकार, अधीर प्रधान,
कार्तिक मुंडा, डोमनिक सेमसंग व गार्दी सोय शामिल थे. हत्याकांड में इन अपराधियों ने कुल सात राउंड फायरिंग की थी. इसमें बलराम सिंह को तीन गोली मारी गयी, जबकि चार राउंड हवाई फायरिंग करते हुये रेलवे लाइन किनारे होते हुए दांती बेगुना गांव की ओर से जमशेदपुर भाग निकले. पांच हत्यारों में मनोज सरकार, अधीर प्रधान, डोमनिक सैमसंग, गार्दी सोय फरार हो गये, जबकि कार्तिक मुंडा चक्रधरपुर में रह कर पुलिसिया गतिविधि पर नजर रख रहा था. बलराम की हत्या रंगदारी व टेंडर को लेकर की गयी है.
ठेकेदार का हत्यारोपी…
गार्दी के अनुसार जिस दिन हत्या हुई. सुबह मनोज सरकार व अधीर प्रधान उसके घर जानुमबेड़ा पहुंचे और बलराम की हत्या करने की बात कही. गार्दी को सुबह कोर्ट में हाजरी लगाना था. इसलिये उसने मनोज सरकार को बाद में आने की बात कही. कोर्ट में हाजरी लगाने के बाद गार्दी चक्रधरपुर पहुंचा. मनोज सरकार व अन्य हत्यारों को मालूम था कि बलराम सिंह उस दिन चक्रधरपुर आने वाला है. हत्या करने के बाद गार्दी से मनोज सरकार ने हथियार ले लिया. गार्दी ने हत्या से संबंधित कई राज का पुलिस के समक्ष खुलासा किया है. पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
चक्रधरपुर : रेल ठेकेदार बलराम सिंह हत्याकांड का खुलासा
टेंडर व रंगदारी को लेकर की गयी थी ठेकेदार बलराम की हत्या
मनोज सरकार, अधीर प्रधान, कार्तिक मुंडा, डोमनिक सैमसंग व गार्दी सोय थे शामिल
हत्या करने के बाद कार्तिक मुंडा को छोड़ सभी अपराधी जमशेदपुर फरार हो गये थे