चक्रधरपुर. चिकित्सक पर परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
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सर्प दंश से चार साल के बच्चे की मौत
चक्रधरपुर. चिकित्सक पर परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप गर्मी में रात में माता-पिता के साथ जमीन पर सोया था समीर चक्रधरपुर : अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टर के गलत सुझाव से चार वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी. यह आरोप मृत बच्चे माता-पिता ने लगाया है. जानकारी के मुताबिक बंदगांव प्रखंड के नकटी पंचायत निवासी […]
गर्मी में रात में माता-पिता के साथ जमीन पर सोया था समीर
चक्रधरपुर : अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टर के गलत सुझाव से चार वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी. यह आरोप मृत बच्चे माता-पिता ने लगाया है. जानकारी के मुताबिक बंदगांव प्रखंड के नकटी पंचायत निवासी विनोद नायक के चार वर्षीय पुत्र समीर नायक अपने माता-पिता के साथ घर में जमीन पर सोया था. रात करीब 12 बजे चित्ती सांप ने समीर को डंस लिया. समीर उठ कर रोने लगा. रोने की आवाज सुन कर माता-पिता भी जग गये और सांप को जाते देखा.
इसके बाद आनन-फानन में समीर को प्राथमिक उपचार के लिए रात करीब तीन बजे अनुमंडल अस्पताल में भर्ती किया गया. लेकिन अस्पताल में डॉक्टर ने कहा कि बच्चे को झाड़-फूंक करवाओ, उसके बाद अस्पताल लाओ कह कर भेज दिया. पुत्र की हालत गंभीर देख कर माता-पिता पुत्र को पुन: गांव लेकर गये और झांड़-फूंक करने की व्यवस्था की. जब झाड़-फूंक से बच्चे का होश नहीं आया. तो पुन: माता-पिता ने बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया. परंतु तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी.
बच्चे की मां तुलसी मोती नायक ने कहा कि चिकित्सक के गलत राय से मेरे बच्चे की मौत हो गयी. समय रहते हुए अगर मेरे बच्चे को रेफर कर दिया जाता तो आज मेरा पुत्र समीर मेरे साथ होता. इस संबंध में जब प्रभारी डॉ नंदू होनहागा से पूछा गया तो डॉ श्री होनहागा ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कुछ जानकारी नहीं है. ड्यूटी में जो डॉक्टर थे उनसे ही जाकर पूछताछ करें.
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