चक्रधरपुर : ऑल इंडिया रेलवे इंजीनियरिंग फेडरेशन के बैनर तले चक्रधरपुर रेल मंडल के इंजीनियरों ने बुधवार को स्टेशन परिसर में 7वें वेतन आयोग की अनुशंसा के विरोध में धरना दिया. दोपहर डेढ़ बजे से शाम 5 बजे तक धरना चला. इस दौरान वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने की मांग की गयी. दपू […]
चक्रधरपुर : ऑल इंडिया रेलवे इंजीनियरिंग फेडरेशन के बैनर तले चक्रधरपुर रेल मंडल के इंजीनियरों ने बुधवार को स्टेशन परिसर में 7वें वेतन आयोग की अनुशंसा के विरोध में धरना दिया. दोपहर डेढ़ बजे से शाम 5 बजे तक धरना चला. इस दौरान वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने की मांग की गयी. दपू रेलवे के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने कहा कि रेलवे में एसएसई को ग्रुप बी का दर्जा नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है. रेलवे ग्रुप बी का दर्जा नहीं देकर संविधान की अवहेलना कर रही है.
बीटेक कर सीधे एसएसई पद पर बहाल होने वालों की पदोन्नति अवरुद्ध कर दी है, जबकि नौकरी के दरम्यान तीन पदोन्नति अनिवार्य है. मौके पर दपू रेलवे अभियंता संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह, मंडल अध्यक्ष युके सिंह, सचिव जेडी प्रसाद, चक्रधरपुर शाखा अध्यक्ष केके सिंह, टाटा शाखा अध्यक्ष गोपाल प्रसाद, आरके श्रीवास्तव, एके नायक, विपिन जैन, बीवीपी स्वामी आदि मौजूद थे.
रेल प्रबंधक को सौंपा मांगपत्र :रेलवे के इंजीनियरों ने मंडल रेल प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद को 5 सूत्री मांग पत्र सौंपा. इसमें जस्टिस खन्ना कमेटी की अनुशंसा के अनुसार अखिल भारतीय रेल अभियंता महासंघ (एआईआरईएफ) को मान्यता देने, , बी-टेक डिग्री इंजीनियरों को कार्यकाल में प्रोन्नति के अवसर प्रदान करने, जूनियर इंजीनियर को ग्रेड पे 5400 (पीवी-3) व वरीय अनुभाग अभियंता को ग्रेड पे 6600 के समकक्ष ग्रेड पे देने, जेई से जेए ग्रेड तक समयबद्ध प्रोन्नति सुनिश्चित करने, सभी रेल इंजीनियरों को 30 प्रतिशत तकनिकी भत्ता देने की मांग शामिल है.