पारा शिक्षक के बारे में पुलिस का खुलासा
बंदगांव : कोल्हान प्रमंडल के डीआइजी अरुण कुमार सिंह ने प्रभात खबर को बताया कि पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया पारा शिक्षक जितेंद्र पूर्ति नक्सली का सहयोगी था. वह नक्सलियों के तमाम गैरकानूनी कामों में मदद करता था.
इस पर टेबो थाना में कई मामला दर्ज है. इस कारण पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दी है. जबकि एक अन्य व्यक्ति रॉगोट निवासी टिपरु पूर्ति को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया है.
मुठभेड़ में लिया था हिस्सा : एसपी
पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस कप्तान पंकज कंबोज ने संकरा के पारा शिक्षक जितेंद्र पूर्ति को गिरफ्तार कर जेल भेजने के संदर्भ में प्रभात खबर को बताया कि पिछले दिनों संकरा क्षेत्र के सुईमारी पहाड़ी में पुलिस व नक्सलियों के बीच भिड़ंत हुई थी. जिसमें नक्सलियों की ओर से पारा शिक्षक जितेंद्र पूर्ति ने भी मुठभेड़ में हिस्सा लिया था. जिस कारण पुलिस उसे काफी दिनों से तलाश कर रही थी.
उसपर टेबो थाना में 8/13 का मामला दर्ज था. जितेंद्र पूर्ति गांव का एकमात्र पढ़ा लिखा व्यक्ति था. वह अपने घर में ही नक्सलियों को संरक्षण दे रहा था. उस स्थान पर नक्सलियों का प्रशिक्षण खाने पीने की व्यवस्था एवं नक्सलियों के खर्चो का लेखा जोखा रखता था. वह नक्सलियों के दस्ते में शामिल करने के लिये युवाओं को प्रेरित करता था. साथ ही क्षेत्र में भर्ती अभियान चला रखा था. वह गांवों में नक्सलियों के समर्थक रख छोड़ा था.
जिस कारण पहुंचने से पहले ही नक्सलियों को पुलिस आने की सूचना मिलती थी. नक्सली आसानी से भाग निकलते थे. जब कोई व्यक्ति नक्सलियों के खिलाफ कुछ भी बोलने को तैयार होता तो जितेंद्र के इसारे पर ही जनअदालत लगाकर दंड दिया जाता था.
टेबो थाना का हुआ था घेराव
विगत दिनों पुलिस द्वारा पारा शिक्षक जितेंद्र पूर्ति व रॉगोट गांव के टिपरु पूर्ति को पुलिस ने सर्च अभियान के दौरान नक्सली के संदेह में गिरफ्तार किया था. इन दोनों को बेकसुर कहकर ग्रामीणों ने टेबो थाना का घेराव किया था और रिहा करने की मांग की थी. सड़क जाम करने के कारण बस यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.