चाईबासा : पंचायत चुनाव में किसी भी प्रकार से प्रत्याशियों की मदद करने वाली आंगनबाड़ी सेविकाएं चयन मुक्त कर दी जायेगी. इस तरह की शिकायत आने पर सेविकाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.
यह आदेश उपायुक्त अबुबक्कर सिद्दीख पी ने बुधवार को दिया. समाहरणालय सभागार में समाज कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए डीसी ने कहा कि सीडीपीओ आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करें. जिस केंद्र में एक बार सीडीपीओ निरीक्षण करती है उस केंद्र की सीडीपीओ दोबारा उसका निरीक्षण करें. अगर दोबारा हुए निरीक्षण में उक्त केंद्र पर गड़बड़ी मिलती है तो केंद्र की सेविकाओं को बरखास्त कर दिया जायेगा. डीसी ने एक्सपायरी डेट से एक माह पूर्व ही रेडी टू इट फूड पोषाहार के रूप में बच्चों को देने की बात कही.
मानवाधिकार आयोग की टीम ने नोवामुंडी में एक्सपायरी पोषाहार पकड़ी थी. इसके बाद से यह आदेश जारी किया गया. आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की संख्या बढ़ाने का भी आदेश डीसी ने दिया. जगन्नाथपुर सीडीपीओ को कुमारडुंगी प्रखंड का भी प्रभार दिया गया.
हर प्रखंड में पांच आंगनबाड़ी केंद्र मॉडल बनेंगे. इसके लिए पांच आंगनबाड़ी केंद्रों का चयन करने का आदेश डीसी ने दिया है. इन आंगनबाड़ी का विकास सीएसआर और बैंक से किया जायेगा. बैठक में प्रशिक्षु आइएएस नैंसी सहाय, डीपीआरओ सुषमा नीलम सोरेन आदि उपस्थित थे.