असरदार बंद : मनोहरपुर व आनंदपुर प्रखंडों में व्यापक असर रहा
मनोहरपुर/आनंदपुर/चिरिया :माओवादियों द्वारा बिहार-झारखंड में बुलाये गये 25 व 26 मई के बंद के आह्वान पर मनोहरपुर व आसपास के क्षेत्रों में बंद का असर व्यापक रहा. रविवार की रात 12 बजे से शुरू हुए बंद से आम जनजीवन की रफ्तार बिल्कुल ठहर सी गयी. मनोहरपुर मुख्य बाजार क्षेत्र हो अथवा ग्रामीण क्षेत्र, दुकान के ताले अथवा शटर को दो दिनों तक पूर्ण रूप से बंद रखा गया.
पहले दिन की बंदी में मनोहरपुर बाजार तड़के सुबह से ही पूर्ण बंद हो गया. यहां तमाम सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में ताला लटका रहा. सप्ताह के शुरुआत के दौरान बैंकों में ताला लटकने से लोग परेशान रहे. बंद के दौरान शहर की सड़कों पर कम वाहन दिखे. मनोहरपुर से आनंदपुर मार्ग पर यात्री वाहनों का परिचालन इक्का-दुक्का ही हुआ. मनोहरपुर से लंबी दूरी जाने वाली बसें नहीं चली. बंद के दौरान रेलवे परिचालन पर किसी तरह का प्रभाव नहीं दिखा. सभी ट्रेनें अन्य दिनों की तरह अपने ससमय से चलीं. आनंदपुर प्रखंड में बंद का प्रभाव असरदार रहा. मालूम रहे कि सड़क यातायात आनंदपुर वासियों के लिए एकमात्र यात्र की सुविधा है.
इक्का-दुक्का छोटे वाहनो को छोड़ दें, तो आनंदपुर के ग्रामीण 48 घंटों के लिए अपने प्रखंड में ही कैद रहे. सोमवार की सुबह से ही आनंदपुर प्रखंड के भालडुंगरी चौक, बाजार टांड़, नारायण टोला आदि बाजार क्षेत्र के तमाम दुकानें पूर्ण रूप से बंद रही. दूसरे दिन बाजार टांड़ में लगने वाले साप्ताहिक हाट (मंगलवार) को भी नहीं खुले. आनंदपुर में साप्ताहिक हाट नहीं लगा. बैंक, प्रखंड कार्यालय, लैंपस आदि भी बंद रहे. चिरिया दुबिल माइंस में कामगार सोमवार से गये ही नहीं. माइंस में लोडिंग, डिस्पैच व ट्रांसपोर्टिग का कार्य ठप रहा.
सेल कार्यालय में अधिकारी पहुंचे. चिरिया टाउनशिप में अवस्थित बैंक, पोस्ट ऑफिस व बाजार क्षेत्र की दुकानें पूर्ण रूप से बंद रहे. यात्री वाहनों का परिचालन में इक्का-दुक्का ही रही. मनोहरपुर पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की गयी. समाचार लिखे जाने तक कहीं से किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.