चाईबासा : कोल्हान विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव अब सिंतबर माह में होगा. लिंगदोह कमेटी की सिफारिश व नियमों के तकनीकी पेंच में फंसने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने अप्रैल में चुनाव कराने के निर्णय को रद कर दिया है.
शुक्रवार को कोल्हान विवि में छात्र संघ चुनाव कमेटी की बैठक में यह बात सामने आयी कि अप्रैल में जल्दबाजी में चुनाव करा भी लिये गये तो सितंबर से शुरू होने वाले नये सत्र में निर्धारित समय पर चुनाव कराने में तकनीकी बाधा आ सकती है. क्योंकि अप्रैल में चुनाव कराने पर नये सत्र में चुनाव कराने तक नियमानुकूल छात्र संघ का एक साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं हो पायेगा.
इसलिए समिति ने अगले सत्र में ही चुनाव कराने का निर्णय लिया है. बैठक में तय किया गया कि छात्र संघ चुनाव नया सत्र शुरू होने के बाद सितंबर के अंत तक करा लिए जाये. बैठक की अध्यक्षता डॉ पद्मजा सेन ने की. बैठक में टाटा कॉलेज की प्राचार्या कस्तूरी बोयपाइ, डॉ केएन प्रधान व सिंडिकेट सदस्य अमिताभ सेनापति भीउपस्थित थे.
* कॉलेजों से आयी मतदाता सूची की समीक्षा
छात्र संघ चुनाव को लेकर शुक्रवार को विभिन्न कॉलेजों से मिली सूची की समीक्षा समिति ने की. समिति को 15 अंगीभूत कॉलेज व कोल्हान विश्वविद्यालय के पीजी विभाग से कुल 55,493 मतदाताओं की सूची मिली है. इसमें कॉलेजों के छात्र मतदाताओं की उपस्थिति व अन्य पहलूओं की जांच की गयी. हालांकि नये सत्र में चुनाव कराने से पूर्व फिर से नयी सूची तैयार करनी होगी.
* एनयूएसआइ की अपील भी बना कारण
छात्र संगठन एनयूएसआइ ने छात्र संघ चुनाव की तैयारी कर रहे कोल्हान विश्वाविद्यालय की कमेटी से चुनाव नहीं कराने का अनुरोध किया था. संघ का कहना था कि अप्रैल में चुनाव कराया गया तो यह लिंगदोह कमेटी के नियमों का उल्लंघन होता. हकीकत में चुनाव जीतने के बाद भी नेता कार्यकाल पूरा नहीं कर पाते. अप्रैल में परीक्षा की तिथि होने के कारण स्टूडेंट व शिक्षक व्यस्त रहते. ऐसे में चुनाव होने पर छात्रों की भागीदारी इसमें नहीं के बराबर होती.